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कारों की मजबूती का अंदाजा उनकी क्रैश टेस्ट रिपोर्ट से लगाया जाता है. अब तक भारत में मैन्युफैक्चर्ड और बेचे जाने वाली कारों पर ग्लोबल NCAP द्वारा दी जाने वाली स्टार रेटिंग को दर्शाया जाता था. लेकिन बीते कल केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी ने भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP) लॉन्च किया. ये भारत का अपना क्रैश टेस्ट सेफ्टी प्रोग्राम है, जिसके तहत वाहनों का परीक्षण किया जाएगा. इस नए पहल से ग्राहकों के साथ-साथ कार कंपनियों को भी बड़ा आर्थिक लाभ होगा.
महज 60 लाख में होगा क्रैश टेस्ट:
अब तक ग्लोबल NCAP प्रोग्राम के तहत वाहनों का क्रैश टेस्ट करवाया जाता रहा है. जिसका खर्च प्रति वाहन तकरीबन 2.5 करोड़ रुपये था, जो कि वाहन निर्माताओं को वहन करना पड़ता था. ये प्रक्रिया लंबी और महंगी थी. लेकिन Bharat NCAP प्रोग्राम के तहत वाहनों के क्रैश टेस्ट का खर्च ग्लोबल क्रैश टेस्ट की तुलना में एक चौथाई होगा.
भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम के लॉन्च के वक्त मीडिया को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि, "यह सरकार का एक बड़ा मिशन था, भारत में किए जाने वाले कार क्रैश टेस्ट की लागत अंतरराष्ट्रीय बाजार की तुलना में केवल एक-चौथाई होगी. विदेश में क्रैश टेस्ट की लागत 2.5 करोड़ रुपये है और भारत एनसीएपी के तहत इसे महज 60 लाख रुपये में किया जाएगा." उन्होनें कहा कि, इस प्रोग्राम के लॉन्च से पहले ही 30 कारों के टेस्टिंग की रिक्वेस्ट मिल चुकी है.
Bharat NCAP क्रैश टेस्ट एक स्वैच्छिक मूल्यांकन कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य भारत में बनाई और बेची जाने वाली कारों को उनके सुरक्षा मानकों के आधार पर रेटिंग देना है. यह रेटिंग 0 से 5 के बीच स्टार्स के तौर पर दी जाएगी. इसके लिए सरकार ने एक नया लोगो और स्टीकर भी लॉन्च किया है, जिसका इस्तेमाल भविष्य में वाहनों पर किया जाएगा. इससे ग्राहक अंदाजा लगा सकेंगे कि, कौन सी कार कितनी सुरक्षित है.
इस नए प्रोग्राम के लॉन्च के साथ ही भारत दुनिया का 5वां देश बन गया है जिसके पास अपनी क्रैश टेस्ट रेटिंग प्लेटफॉर्म है. ग्लोबल NCAP ने (MORTH) मंत्रालय के साथ मिलकर संयुक्त रूप से भारत NCAP क्रैश टेस्ट रेटिंग की घोषणा की है. बता दें कि, ग्लोबल NCAP के कार्यकारी निदेशक डेविड वार्ड ने कहा था कि पिछले दशक में, ऑटोमोटिव सेफ्टी सिस्टम को शुरू करने के मामले में भारत G20 देशों में सबसे बेहतर है.