
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी की छवि हमेशा से ही एक बजट कार निर्माता की रही है, लेकिन बीते कुछ सालों से कंपनी इस छवि से उबरने का लगातार प्रयास कर रही है. नेक्सा डीलरशिप के माध्यम से प्रीमियम कारों की बिक्री और कंपनी के पोर्टफोलियो में टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस बेस्ड कंपनी की सबसे महंगी कार Maruti Invicto तक को शामिल किया गया. लेकिन इन सबके बीच मारुति सुजुकी की कारों सेफ्टी रेटिंग को लेकर हमेशा से चर्चा होती रही है.
अब चूकिं देश का अपना सेफ्टी रेटिंग प्रोग्राम भारत न्यू कार असिस्मेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP) शुरू कर दिया गया है. ऐसे में ज्यादातर लोगों के जेहन में ये सवाल है कि, क्या मारुति सुजुकी अपनी कारों को क्रैश-टेस्ट के लिए भेजेगी. इस सवाल का जवाब दिया है, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के सीनियर एक्जीक्यूटिव ऑफिसर, सेल्स एंड मार्केटिंग शशांक श्रीवास्तव ने, आजतक से एक्सक्लूसिव बात-चीत शशांक ने कंपनी के भविष्य की योजनाओं के साथ ही मौजूदा स्थितियों के बारे में विस्तार से चर्चा की. पेश है इस बातचीत के कुछ प्रमुख अंश-
सवाल: मारुति ने बीते अक्टूबर महीने में तकरीबन 2 लाख यूनिट्स का आंकड़ा ट्च किया है, इस बार फेस्टीव सीजन से क्या उम्मीदे हैं?
जवाब: इस बार के त्योहारी सीजन में तकरीबन 18% फीसदी के ग्रोथ की उम्मीद की जा रही है, जो कि पिछले साल तकरीबन 8.65 लाख यूनिट्स थी, वो इस बार लगभग 10 लाख यूनिट्स के आसपास हो सकती है. फेस्टीव सीजन 17 अगस्त ओनम के त्योहार से शुरू होता है और भाईदूज के साथ खत्म होता है, जो कि इस बार 15 नवंबर को है.
सवाल: मारुति सुजुकी के ओवरऑल सेल्स में CNG कारों की क्या भूमिका (हिस्सेदारी) है?
जवाब: मारुति सुजुकी के पोर्टफोलियो में 15 सीएनजी गाड़ियां शामिल हैं. इस सेग्मेंट में मारुति सुजुकी का मार्केट शेयर तकरीबन 75% है और मारुति सुजुकी के ओवरआल सेल्स में केवल CNG गाड़ियों की हिस्सेदारी तकरीबन 27% है.
ऑटो एक्सपो-23 में पेश किया गया मारुति वैगन-आर का फ्लेक्स फ्यूल कॉन्सेप्ट.
सवाल: कम्प्रेस्ड बायो-गैस (CBG) और फ्लेक्स फ्यूल इंजन के लिए मारुति की क्या प्लानिंग हैं?
जवाब: फ्लेक्स फ्यूल इंजन को लेकर हमारी तैयारी चल रही है और इस समय E20 फ्यूल को लेकर फोकस किया जा रहा है. कम्प्रेस्ड बायो-गैस (CBG) को लेकर हमने गुजरात में एक प्लांट लगाया है और कार को लेकर प्रयोग चल रहा है. मिथेन गैस का सबसे बड़ा सोर्स गोबर है, जो कि मवेशियों द्वारा प्राप्त किया जाता है. इस गैस का वातावरण पर गहरा नकारात्मक असर पड़ता है. हम इस गैस को वाहन के फ्यूल के तौर पर इस्तेमाल करेंगे. ये CNG से अलग है, क्योंकि हम CNG आयात (इम्पोर्ट) करते हैं. इस समय देश में तकरीबन 300 मिलियन गाय हैं और ये गोबर का अच्छा सोर्स हैं, और हम इसका अच्छा इस्तेमाल कर सकते हैं.
सवाल: बाजार में अलग-अलग सेग्मेंट में किस तरह के बदलाव की उम्मीद है?
जवाब: सबसे बड़े बदलाव की बात करें तो इस समय पैसेंजर व्हीकल सेग्मेंट तकरीबन 41 लाख यूनिट्स का है, और ऐसी उम्मीद की जा रही है कि, 2030 तक 60 लाख गाड़ियों की बिक्री होगी. यानी तकरीबन 6 फीसदी की बढोतरी देखी जा सकती है. इस समय SUV वाहनों की हिस्सेदारी तकरीबन 48% है जो कि बढ़कर लगभग 55% तक होगी. वहीं पावरट्रेन की बात करें तो ऐसा माना जा रहा है कि, इलेक्ट्रिक वाहनों का मार्केट शेयर जो कि अभी तकरीबन 2.2% है वो बढ़कर 18-20% तक हो जाएगा.
सवाल: 2030 तक मारुति सुजुकी अलग-अलग सेग्मेंट में क्या टार्गेट लेकर चल रही है?
जवाब: हमें उम्मीद है कि, साल 2030 तक मारुति सुजुकी घरेलू बाजार में तकरीबन 30 लाख गाड़ियों की बिक्री करेगी, वहीं यदि निर्यात (Export) को भी शामिल कर लें तो ये आंकड़ा तकरीबन 4 मीलियन यानी कि 40 लाख यूनिट्स का होगा. मारुति सुजुकी के डोमेस्टिक मार्केट में सेल्स प्रोजेक्शन की बात करें तो अलग-अलग सेग्मेंट में तकरीबन 15% इलेक्ट्रिक वाहन, 25% हाइब्रिड वाहन और तकरीबन 60% मिक्स होगा, जिसमें पेट्रोल-सीएनजी, बायोगैस और फ्लेक्स-फ्यूल मॉडल इत्यादि शामिल होंगे.
सवाल: हाइब्रिड को लेकर कंपनी को कैसा रिस्पांस मिल रहा है, क्या भविष्य में कुछ नए मॉडल देखे जाएंगे?
जवाब: इस समय हमारे पोर्टफोलियो में Grand Vitara और Invicto दो हाइब्रिड कारें मौजूद हैं और हाइब्रिड कारों से मारुति सुजुकी को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. आपको जानकर अच्छा लगेगा कि, इंडस्ट्री में हाइब्रिड कारों ने बिक्री के मामले में इलेक्ट्रिक वाहनों को भी पछाड़ दिया है, बावजूद इसके कि इलेक्ट्रिक वाहनों पर 5% जीएसटी और हाइब्रिड वाहनों पर 45% जीएसटी लगती है. ग्रैंड विटारा और इन्विक्टो की परफॉर्मेंस अच्छी है और भविष्य में डिमांड के आधार पर हम हाइब्रिड तकनीक को दूसरी कारों में भी शामिल करेंगे.
सवाल: सेफ्टी को लेकर कंपनी क्या कर रही है और Bharat NCAP क्रैश-टेस्ट में भेजी जाने वाली पहली कार कौन सी होगी?
जवाब: सेफ्टी को लेकर ग्राहकों का नजरिया हाल के दिनों में काफी बदल गया है. मारुति सुजुकी सरकार की गाइडलाइन के आधार पर अपने वाहनों में सभी सेफ्टी फीचर्स को शामिल करती है. हमने अपने कुछ मॉडलों में हेड-अप-डिस्प्ले (HUD), टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) जैसे फीचर्स को शामिल किया है, जो कि अभी सरकार के रेगुलेशन में नहीं हैं. हम Bharat NCAP क्रैश-टेस्ट में तीन गाड़ियां भेज रहे हैं जिसमें Brezza, Baleno और Grand Vitara शामिल हैं.
सवाल: मारुति सुजुकी के एंट्री-लेवल या मिनी कारों की डिमांड कम हुई है, इसकी क्या वजह है?
जवाब: एंट्री-लेवल हैचबैक सेग्मेंट में मारुति सुजुकी की हिस्सेदारी तकरीबन 90 प्रतिशत है और मार्केट शेयर बहुत अच्छा है. लेकिन पिछले कुछ सालों में इस सेग्मेंट में तेजी से गिरावट देखी गई है, इसकी प्रमुख वजह ये है कि, जिस तरह से वाहनों की कीमत बढ़ी है उस हिसाब से लोगों की आमदनी नहीं बढ़ी है. हमें उम्मीद है कि, भविष्य में इस सेग्मेंट में इजाफा दिखने की उम्मीद है.
सवाल: इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर कंपनी की क्या योजना है, कब तक पहली EV लॉन्च होगी?
जवाब: EVX कॉन्सेप्ट को इस बार ऑटो एक्सपो में दिखाया गया, जिसे साल 2024-25 तक लॉन्च करने की योजना है. मारुति सुजुकी EVX को मिलाकर साल 2031 तक कुल 6 इलेक्ट्रिक वाहन पेश करेगी. हमारी योजना है कि, 2030 तक मारुति सुजुकी की ओवरऑल सेल में अकेले इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी तकरीबन 15% की होगी.
सवाल: Maruti Jimny को कैसा रिस्पांस मिल रहा है?
जवाब: मारुति जिम्नी को ग्राहकों से बेहतर रिस्पांस मिल रहा है, कंपनी हर महीने औसतन इस SUV की तकरीबन 3,000 यूनिट्स की बिक्री कर रही है. पिछले चार महीनों में हमने इसके लगभग 11,000 यूनिट्स की बिक्री की है. ये लाइफस्टाइल सेग्मेंट काफी छोटा है, लेकिन ब्रांड इमेज के लिहाज से बहुत ही अहम है. हालांकि वॉल्यूम टर्म के हिसाब से ये हमें बहुत ज्यादा वॉल्यूम देकर नहीं जाती है. हमारी योजना हर महीने तकरीबन 2,500 यूनिट्स बेचने की है और हम इस टार्गेट को पूरा कर रहे हैं.
सवाल: Maruti Ciaz की सेल्स को लेकर मारुति सुजुकी का क्या कहना है?
जवाब: सबसे पहले बता दें कि, सेडान सेग्मेंट दो हिस्सो में बंटा है एक है एंट्री-लेवल या कॉम्पैक्ट सेडान जिसमें डिजायर इत्यादि आती हैं और दूसरा है मिड-साइज सेडान सेग्मेंट जिसमें सियाज, होंडा सिटी जैसे मॉडल आते हैं. मारुति सियाज, मिड-साइज सेडान सेग्मेंट की कार है और इस सेग्मेंट में हाल के दिनों में भारी गिरावट देखने को मिली है. पिछले साल कुल 38 लाख गाड़ियों की बिक्री हुई, जिसमें तकरीबन 4 लाख यूनिट्स की हिस्सेदारी सेडान सेग्मेंट की थी. इन 4 लाख यूनिट्स में अकेले 3 लाख यूनिट्स कॉम्पैक्ट सेग्मेंट के कारों की बिक्री हुई और 1 लाख यूनिट्स में बाकी सभी सेग्मेंट की सेडान कारें थीं. इस सेग्मेंट में वॉल्यूम तेजी से कम हुआ है लेकिन फिर भी सियाज बेहतर परफॉर्म कर रही है और टॉप 3 में बनी है.