
Ford India बंद करेगी अपनी दोनों फैक्टरी; मिलती रहेंगी ये दो गाड़ियांFord India भारी नुकसान में है और इसलिए अब वो भारत में अपना कारोबार समेट रही है. वह अपनी दो फैक्ट्री को बंद करने जा रही है.
बंद होगी Ford India की फैक्ट्री
Ford India अपनी गुजरात के साणंद और तमिलनाडु के चेन्नई संयंत्र को बंद करने जा रही है. इसमें साणंद की फैक्ट्री पहले बंद होने की संभावना है क्योंकि ये अभी 10% से भी कम क्षमता पर काम कर रही है. वहीं कंपनी चेन्नई के संयंत्र को 2022 तक बंद करेगी ताकि भारत में कारोबार को एकीकृत कर सके और बचे हुए ग्लोबल ऑर्डर की पूर्ति कर सके.
चलती रहेगी इंजन की फैक्ट्री
रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि कंपनी साणंद में अपनी इंजन की फैक्ट्री को चालू रखेगी ताकि भारत में अपने प्रोडक्ट्स की सर्विस के लिए काम करती रह सके. वहीं कंपनी Ford Mustang और Ford Endeavour की बिक्री को भी चालू रखेगी. कंपनी इन मॉडल को भी देश में CKD (Completely Knocked Down) मॉडल के तौर पर बेचेगी.
खबर के मुताबिक कंपनी के टॉप मैनेजमेंट ने Ford Figo और Ford Freestyle के उत्पादन को कम करने के लिए अपने कर्मचारियों को कहा है. Ford से पहले 2017 में General Motors ने भी भारत से अपना कारोबार समेट लिया था.
जाएगा 4,000 का रोजगार
Ford India के अपना कारोबार समेटने और दोनों फैक्ट्रियां बंद करने से करीब 4,000 कर्मचारियों पर असर पड़ेगा. कंपनी का इंडियन ऑपरेशन भारी नुकसान में है. पिछले कुछ सालों में कंपनी ने भारत में 1 से 1.5 अरब डॉलर (73 अरब रुपये) का नुकसान दिया है. भारत के कार बाजार में कंपनी की हिस्सेदारी 2% से कम है.
बचाना चाहती है कारोबार
सूत्रों ने बताया कि Ford भारत में अपने 25 साल पुराने कारोबार को बचाए रखने के लिए कई विकल्पों पर विचार कर रही है. Mahindra & Mahindra के साथ जॉइंट वेंचर की डील नाकाम रहने के बाद कंपनी ने Tata Motors, Chagan Automobiles, Skoda-Volkswagen Group, Shanghai Automotive या MG Motor, Hyundai Motor जैसी बड़ी ऑटो कंपनियों के साथ संपर्क करने की खबर है. वहीं कंपनी ने Ola Electric जैसी नई इलेक्ट्रिक व्हीकल स्टार्टअप के साथ भी संपर्क किया है.
हालांकि कंपनी ने तत्काल इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है. ना ही एजेंसी के ई-मेल का जवाब दिया है.
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