
पेट्रो-डीजल... सीएनजी और इलेक्ट्रिक... इन्हीं के बीच में आता है हाइब्रिड, जो कि मूल रूप से ICE इंजन और इलेक्ट्रिक मोटर के उत्पन्न होने वाले पावर का मिश्रण होता है. देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी तकरीबन ज्यादातर सेग्मेंट में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी है या फिर एंट्री की तैयारी में है. अप्रैल 2020 में डीजल कारों का प्रोडक्शन बंद करने के बाद से मारुति ने पेट्रोल और CNG पोर्टफोलियो पर फोकस बढ़ाया और नजीता ये है कि कंपनी के लाइन-अप में तकरीबन डेढ़ दर्जन से ज्यादा सीएनजी कारें मौजूद हैं. दूसरी ओर इलेक्ट्रिक सेग्मेंट में भी कंपनी अपनी पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी Maruti eVX को पेश करने की तैयारी में है. इसके साथ ही मारुति सुजुकी हाइब्रिड सेग्मेंट में भी बड़ा दांव खेलने की सोच रही है.
ऑटोकार की रिपोर्ट के अनुसार यदि सबकुद ठीक रहा तो मारुति सुजुकी आगामी 2025 तक अपनी सबसे सस्ती एसयूवी Maruti FRONX के हाइब्रिड वर्जन को पेश करेगी. माइलेज और लो-मेंटनेंस के मामले में मारुति सुजुकी हमेशा से अव्वल रही है, लेकिन बीते कुछ सालों में टाटा मोटर्स के पोर्टफोलियो ने बाजार के समीकरण को तेजी से बदल दिया है. अब तक हैवी डीजल और लोहालाट वाहनों के लिए मशहूर टाटा मोटर्स इलेक्ट्रिक सेग्मेंट में लीडर तो बन ही गया है, साथ ही CNG में भी तगड़ी सेंधमारी कर ली है. खैर इस मुद्दे पर बाद में विस्तार से चर्चा करेंगे-
पेट्रोल-सीएनजी से आगे का गेम:
अब मारुति सुजुकी हाइब्रिड वाहनों को लेकर तगड़ा गेम प्लान कर रही है. इंडियन मार्केट में हाइब्रिड कारों ने बिक्री के मामले में इलेक्ट्रिक को पीछे छोड़ दिया है, और इसका सबसे बड़ा श्रेय मारुति सुजुकी और टोयोटा को जाता है. जो इलेक्ट्रिक रेस की भीड़ में शामिल होने के बजाय हाइब्रिड और दूसरे पावरट्रेन पर फोकस कर रहे हैं. यहां तक कि मारुति मो मल्टी फ्यूल स्ट्रेट्जी पर काम कर रही है, हाल ही में कंपनी ने बायोगैस से चलने वाली Wagon R CBG और Brezza CBG कॉन्सेप्ट से भी पर्दा उठाया था.
खब़र आ रही है कि कंपनी अपने कुछ मॉडलों जैसे फ्रांक्स, बलेनो, स्विफ्ट और एक छोटी एमपीपी को हाइब्रिड वेरिएंट में लॉन्च करने की योजना बना रही है. ऑटोकार की रिपोर्ट के मुताबिक मारुति सुजुकी इन कारों पर काम भी कर रही है. दिलचस्प बात ये है कि, ये कारें टोयोटा द्वारा सोर्स किए हाइब्रिड सिस्टम के साथ नहीं आएंगी, बल्कि मारुति सुजुकी इन्हें खुद डेवलप कर रहा है.
सीरीज हाइब्रिड सिस्टम से दांव:
मारुति सुजुकी की कारों में सीरीज हाइब्रिड सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके इस सीरीज हाइब्रिड पावरट्रेन को (HEV) कोडनेम दिया गया है, बताया जा रहा है कि ये किफायती और सस्ता होगा. सीरीज़ हाइब्रिड सिस्टम में पेट्रोल इंजन केवल जनरेटर या रेंज एक्सटेंडर के रूप में कार्य करता है, इस प्रकार वाहन को डायरेक्ट चलाने के बजाय, यह एक इलेक्ट्रिक मोटर को बिजली देता है जो पहियों को चलाता है.
इस प्रकार, यह अपेक्षाकृत सरल है क्योंकि इलेक्ट्रिक मोटर पहियों को चलाने वाला पावर सोर्स होता है - बिल्कुल ईवी की तरह - और मोटर या तो एक छोटे बैटरी पैक से या पेट्रोल इंजन द्वारा संचालित जनरेटर से इलेक्ट्रिसिटी लेता है. सीरीज हाइब्रिड सिस्टम को रेंज एक्सटेंडर हाइब्रिड भी कहा जाता है क्योंकि ICE इंजन इलेक्ट्रिक वाहन के बैटरी पैक को रिचार्ज करने के लिए जनरेटर के रूप में कार्य करता है.
मारुति सुजुकी की HEV-बेस्ड सीरीज रेंज में बिल्कुल नया Z12E, तीन-सिलेंडर इंजन होगा. ये इंजन एक जेनरेटर की तरह काम करेगा जो कि 1.5-2kWh बैटरी पैक को चार्ज करेगा. ये बैटरी आगे लगे इलेक्ट्रिक मोटर को पावर देगी जिससे फ्रंट व्हील घुमेगा और कार आगे बढ़ेगी. ये सिंपल मैकेनिज़्म ही इस हाइब्रिड सिस्टम का आधार है. इसका इस्तेमाल कंपनी निकट भविष्य में अपने Fronx Hybrid में करेगी.
माइलेज किंग होगी कार:
सीरीज़ हाइब्रिड में, चूंकि इंजन केवल बिजली पैदा करने के लिए चलता है और कभी भी सीधे ड्राइविंग लोड नहीं लेता है, यह अक्सर प्राइम ईंधन-कुशल रेव रेंज में चलता है. इसलिए, मारुति की HEV-हाइब्रिड कारों में ईंधन का खपत भी बेहद कम होगा. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये कारें तकरीबन 35-40 किलोमीटर प्रतिलीटर तक का माइलेज दे सकती है. हालांकि अभी इसके बारे में आधिकारिक पुष्टी नहीं हो सकी है.