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डिवाइडर से मर्सिडीज की टक्कर...सड़क पर भयावह मंजर! ऐसे बची मंत्री नंदी के बेटे-बहू की जान

Nandi's Son & Daughter in Law Accident: बीते मंगलवार की शाम लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर एक भयानक सड़क हादसा हो गया. जिसमें मर्सिडीज सवार यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी के बेटे और बहू घायल हो गए. हादसा इतना भयानक था कि, कार के परखच्चे उड़ गए और इंजन बोनट को तोड़ते हुए दूर सड़क पर जा गिरा.

Nandi's Son and Daughter in Law Accident Nandi's Son and Daughter in Law Accident
अश्विन सत्यदेव
  • नई दिल्ली,
  • 31 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 1:29 PM IST

लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर बीते कल एक भीषण सड़क हादसा हो गया. जिसमें मर्सिडीज सवार यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी के बेटे और बहू घायल हो गए. इस हादसे की तस्वीरें इस बात की गवाह हैं कि ये एक्सीडेंट कितना भयानक था. डिवाइडर से टक्कर के बाद कार के परखच्चे उड़ गए थें. आगे का बोनट और इंजन कंपार्टमेंट बुरी तरह क्षतिग्रस्त था और इंजन सड़क पर दूर जाकर गिरा था. गनिमत ये रही कि कार सवार अभिषेक और उनकी पत्नी कृष्णिका बाल-बाल बच गए. फिलहाल उनका इलाज चल रहा है. 

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कैसे हुआ हादसा: 

बताया जा रहा है कि, मंत्री नंद गोपाल नंदी के बेटे अभिषेक और बहू कृष्णिका बीते मंगलवार शाम (30 जुलाई) को अपनी मर्सिडीज एएमजी ई-53 सेडान कार से दिल्ली से लखनऊ जा रहे थें. इस दौरान बारीश भी हो रही थी. एक्सप्रेसवे पर कन्नौज और तिर्वा के कट पर कार अचानक स्किड कर गई और डिवाइडर से जा टकराई. टक्कर इतनी तेज थी कि कार का आगे का हिस्सा पूरी तरह से डैमेज हो गया और इंजन निकलकर दूर जा गिरा. 

भयावह था मंजर:

इस हादसे के बाद एक्सप्रेसवे का मंजर बेहद भयावह था. कार का बोनट और इंजन कंपार्टमेंट पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था. इंजन, एक्सल और टायर सड़क पर दूर जा गिरे थें. गाड़ी के शीशे टूट चूके थे और सड़क पर बिखरे हुए थे. कार के भीतर एयरबैग डिप्लॉय हो गए थे. सड़क के किनारे अभिषेक और उनकी पत्नी कृष्णिका बदहवास हालत में बैठे थे. इस दौरान एक और तस्वीर सामने आई है जिसमें अभिषेक फोन पर किसी से बात कर रहे हैं. संभव है कि वो हादसे की सूचना किसी को दे रहे होंगे. 

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दिल दहलाने वाली तस्वीरें:

इस हादसे के बाद कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने सोशल नेटवर्किंग साइट 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "बेटे अभिषेक और बहू कृष्णिका दोनों सुरक्षित हैं, हालांकि कुछ चोटें हैं, जिनका डॉक्टर्स की निगरानी में समुचित उपचार चल रहा है. तस्वीरों की भयावहता देखकर यही लगता है कि जैसे स्वयं महादेव ने साक्षात उपस्थित होकर किसी अनहोनी को टाल दिया!" 

इन फीचर्स के चलते बची जान:

बता दें कि, जिस कार में अभिषेक और कृष्णिका सफर कर रहे थे वो जर्मन कार कंपनी मर्सिडीज बेंज की एएमजी ई-53 लग्ज़री सेडान कार है. इस कार में एक से बढ़कर एक शानदार सेफ्टी फीचर्स मिलते हैं. लेकिन इन फीचर्स का उपयोग करना और उनका सही समय पर एक्टिव होना ही लोगों की जान बचाता है. हादसे की कार ही हालत देखकर ये साफ है कि कार की स्पीड तेज रही होगी लेकिन बावजूद इसके कार सवारों को कोई गंभीर चोट नहीं लगी जिससे वो खतरे से बाहर हैं.

तस्वीरों से साफ है कि कार में दिए जाने वाले सभी एयरबैग (Airbag) खुल गए यानी डिप्लॉय हो गए थे. इस दौरान कार सवारों ने सीट-बेल्ट भी जरूर लगाया होगा. जिससे तेज टक्कर के बावजूद उनका शरीर कार के भीतर किसी मेटल पार्ट से नहीं टकराया और एयरबैग के कुशनिंग से उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मिली. एयरबैग और सीट-बेल्ट का ख़ास कनेक्शन होता है. जहां सीट-बेल्ट यात्री के शरीर को झटके से बचाता है वहीं एयरबैग टक्कर की स्थिति में किसी भी ऑब्जेक्ट से पर्याप्त सेफ्टी प्रदान करता है.

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कैसी है ये कार:

जैसा कि हमने बताया कि ये Mercedes-Benz AMG E 53 फोर-मैटिक सेडान कार है. जिस कार से हादसा हुआ है वो तकरीबन 2 साल पुरान मॉडल है. मौजूदा मॉडल की कीमत तकरीबन 1.06 करोड़ रुपये (एक्स-शोरूम) है. इस लग्ज़री पेट्रोल-हाइब्रिड सेडान में कंपनी ने 3.0 लीटर की क्षमता का 6-सिलिंडर इन-लाइन पेट्रोल इंजन दिया है. जिसे 48V के ऑनबोर्ड इलेक्ट्रिकल सिस्टम से जोड़ा गया है. ये इंजन 320Hp की पावर और 520Nm का टॉर्क जेनरेट करता है. 

चूंकि ये एक हाइब्रिड कार है तो इसमें 120 kW की क्षमता का इलेक्ट्रिक मोटर भी दिया गया है. कंपनी का दावा है कि ये कार 3.8 सेकंड में ही 0 से 100 किमी/घंटा की रफ्ता पकड़ सकती है. इसकी हाई-वोल्टेड बैटरी कार को तकरीबन 90 से 100 किमी की अतिरिक्त रेंज देती है. 

मिलते हैं ये सेफ़्टी फीचर्स:

कार के केबिन के भीतर तो एक से बढ़कर एडवांस फीचर्स दिए गए हैं, लेकिन सेफ्टी मामले में भी ये कार बेहतर टेक्नोलॉजी से लैस है. 7 एयरबैग के साथ आने वाली इस सेडान कार को ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में 5-स्टार रेटिंग मिली है. इस कार में 360 डिग्री कैमरा, 12 अल्ट्रासोनिक सेंसर, ड्राइव अवे असिस्ट, एक्टिव पार्किंग असिस्ट, एक्टिव ब्रेक असिस्ट, मोनो कैमरा के साथ रडार-बेस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम, कोलिज़न वार्निंग (ऑडियो और विजुअल), ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग, एडजेस्टेबल वार्निंग टाइम्स (अर्ली, मिडियल और लेट) और एक्टिव बोनट जैसे सेफ्टी फीचर्स मिलते हैं.

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प्री-सेफ़ सिस्टम:

मर्सिडिज़ बेंज ने अपनी ई-क्लॉस सेडान में प्री-सेफ सिस्टम भी दिया है. कंपनी का कहना है कि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में ये सिस्टम ड्राइवर को कई तरह के संकेत देकर अलर्ट करता है. इमरजेंसी ब्रेक लगाना, क्रीटिकल स्टीयरिंग मूवमेंट, एक्सेलरेटर पेडल से ब्रेक पेडल पर तेजी से स्विच करने के दौरान ये सिस्टम तेजी से रिस्पांड करता है. इसके अलावा व्हीकल के बिहैवियर को रिकॉर्ड करते हुए फ्रंट सीट-बेल्ट के टेंशन यानी तनाव को बेहतर बनाता है. ये सिस्टम किसी भी तरह का इम्पैक्ट होने पर आगे के पैसेंजर सीट को अधिक अनुकूल स्थिति में ले जाता है. 

पैरों के लिए एयरबैग:

इस कार में यात्रियों के शरीर के निचले हिस्से यानी पैरों की सेफ्टी के लिए नीएयरबैग (Knee Airbag) भी दिया है. ये एयरबैग डैशबोर्ड के निचले हिस्से में लगा होता है जो किसी भी टक्कर के दौरान तत्काल एक्टिव हो जाता है और पैसेंजर के पैरों को गंभीर फ्रंटल क्रैश में स्टीयरिंग कॉलम या इंस्ट्रूमेंट पैनल के संपर्क से बचाता है. कंपनी का कहना है कि, ये एयरबैग चोट की की गंभीरता को रोक सकता है या कम कर सकता है. ये एयरबैग कुशन मिलीसेकंड में डिप्लॉय हो जाता है और पूरे शरीर को स्थिर करता है. इतना ही नहीं यह ये भी सुनिश्चित करता है कि सीट बेल्ट सहित संपूर्ण रिस्ट्रेन सिस्टम बेहतर तरीके से काम करे.

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कैसे काम करता है कार का एयरबैग:

जैसे की दुर्घटना होती है, SRS सिस्टम में पहले से ही इंस्टॉल किया गया नाइट्रोजन गैस एयरबैग में भर जाता है. ये पूरी प्रक्रिया पलक झपकते यानी कि कुछ मिली सेकंड में होती है. इसके बाद एयरबैग फूल जाता है और यात्री को एक बेहतर कुशनिंग के साथ सेफ्टी प्रदान करता है. एयरबैग में होल्स यानी कि छेद दिए जाते हैं जो कि डिप्लॉय होने के बाद गैस को बाहर निकाल देता है. इन सारी प्रक्रिया के बीच गाड़ी की बॉडी की मजबूती का भी ख्याल रखा जाता है. ताकि किसी भी क्रैश के समय कार के भीतर बैठे व्यक्ति को ज्यादा नुकसान न हो और ज्यादा से ज्यादा इंपेक्ट एनर्जी गाड़ी ही झेल जाए, इसके लिए कार की बॉडी को मजबूत मेटल से तैयार किया जाता है.

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