
देश की प्रमुख इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी OLA Electric ने हाल ही में घोषणा की थी कि वो अपना IPO लाने वाली है. इससे पहले कंपनी अपने व्हीकल पोर्टफोलियो को विस्तार देते हुए नए सेग्मेंट में भी एंट्री का प्लान बना रही है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो, OLA अब इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर यानी कि ऑटो-रिक्शा को लॉन्च करने की तैयारी में है. कंपनी ने अपने इस तिपहिया इलेक्ट्रिक वाहन का नाम भी फाइनल कर दिया है.
ET की रिपोर्ट में इस मामले से जुड़े लोगों के हवाले से बताया गया है कि, OLA के इस इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा को राही (Raahi) नाम दिया गया है, जिसे आने वाले महीनों में लॉन्च किया जा सकता है. बाजार में आने के बाद ये इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर मुख्य रूप से महिंद्रा ट्रियो, पियाजियो ऐप और बजाज आरई जैसे मॉडलों को टक्कर देगा. कंपनी अपनी इस योजना पर पिछले कुछ सालों से काम कर रही है.
तेजी से बढ़ी इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स की डिमांड:
सरकार के वाहन पोर्टल के अनुसार, साल 2023 में कुल 5,80,000 इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स का रजिस्ट्रेशन हुआ है, जो कि साल 2022 के मुकाबले तकरीबन 66 फीसदी ज्यादा है. साल 2023 में देश में बेचे गए कुल तिपहिया वाहनों (पेट्रोल-सीएनजी शामिल) में अकेले इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स की हिस्सेदारी तकरीबन 50% है. हर छोटे-बड़े शहर में इलेक्ट्रिक रिक्शा की डिमांड बढ़ रही है.
इस सयम बाजार में जो मौजूदा इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर मॉडल हैं उनकी कीमत तकरीबन 2 लाख रुपये से शुरू होकर 3.5 लाख रुपये तक जाती है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि ओला अपने नए मॉडल OLA Raahi की क्या कीमत तय करता है. ओला अपने इलेक्ट्रिक स्कूटरों के माध्यम से देश के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेग्मेंट का सरताज बना हुआ है, कंपनी हर महीने 30 हजार से ज्यादा इलेक्ट्रिक स्कूटरों की बिक्री कर रही है. इस समय इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट में ओला की हिस्सेदारी तकरीबन 40% है.
देश की सबसे बड़ी बैटरी सेल गीगाफैक्ट्री:
Ola Electric देश की सबसे बड़ी बैटरी सेल गीगाफैक्ट्री का निर्माण कार्य शुरू कर चुकी है, कंपनी का दावा है कि, एक बार पूरा हो जाने के बाद, यह देश की सबसे बड़ी बैटरी सेल निर्माण फैक्ट्री होगी और यहीं पर कंपनी अपने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर का निर्माण करेगी. OLA की यह गिगाफैक्ट्री (Gigafactory) तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में बनकर तैयार हो रही है और इसमें प्रति वर्ष 10 गीगावाट-घंटे (GWh) बैटरी सेल का उत्पादन करने की क्षमता होगी.
ओला इलेक्ट्रिक के अलावा, रिलायंस इंडस्ट्रीज और बेंगलुरु स्थित लॉग9 मटेरियल भी बैटरी सेल का स्थानीय उत्पादन शुरू करने के लिए कमर कस रहे हैं. एक बार जब घरेलू उत्पादन बड़े पैमाने पर पहुंच जाएगा, तो यह भारत को अपनी अर्थव्यवस्था को विकसित करने और सेल आयात पर भारत की निर्भरता को कम करने में मदद करेगा.
मौजूदा समय में इलेक्ट्रिक वाहनों में इस्तेमाल होने वाले बैटरी सेल को दूसरे देशों से निर्यात किया जाता है, जिसका असर वाहनों की कीमत पर भी पड़ता
है. सामान्य तौर पर किसी भी इलेक्ट्रिक वाहन की लागत में तकरीबन 40 से 50 प्रतिशत कॉस्टिंग केवल बैटरी ही होती है. ऐसे में भारत में ही बैटरी सेल के प्रोडक्शन से ये कॉस्ट काफी कम हो जाएगी और भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहनों के सस्ते होने की भी उम्मीद है.
कार और बाइक की भी योजना:
OLA ने पिछले साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने 4 नई इलेक्ट्रिक बाइक्स कॉन्सेप्ट को पेश किया था. हर वर्ग के ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने एडवेंचर, क्रूजर, रोडस्टर और फ्यूचरिस्टिक बाइक्स को बाजार में उतारने की तैयारी में है. इसके अलावा कंपनी एक इलेक्ट्रिक कार पर भी काम कर रही है, जिसे भविष्य में लॉन्च किया जाएगा. ओला तेजी से नेटवर्क विस्तार करने में भी लगा है, और इस साल कंपनी अपना IPO भी लाने वाली है.