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Usage Based Insurance: जितनी चलेगी कार उतना देना होगा प्रीमियम! जानिए कितनी फायदेमंद है इंश्योरेंस पॉलिसी

इस मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी में वाहन के इस्तेमाल के आधार पर प्रीमियम तय किया जाता है. आप अपनी कार या वाहन को जितना चलाएंगे, उसके हिसाब से ही प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं. ज्यादा ड्राइविंग ना करने वाले लोगों के लिए ये पॉलिसी बड़े ही काम की साबित हो सकती है

Usage Based Motor Insurance Policy Usage Based Motor Insurance Policy
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 26 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 2:47 PM IST

मोटर व्हीकल एक्ट के तहत हर वाहन मालिक को अपने वाहन का बीमा करवाना अनिवार्य है. यूं तो बाजार में कई कंपनियां मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी बेचती हैं, जो आपको किसी भी डैमेज को लेकर अलग-अलग तरह के कवरेज का दावा करती हैं. लेकिन आज हम आपको ऐसे मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी के बारे में बताएंगे, जो कि आपकी जेब पर पड़ने वाले अतिरिक्त बोझ को कम करेगा. दरअसल, इस पॉलिसी के तहत आपको मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी (Motor Insurance Policy) के लिए उतना ही प्रीमियम देना होगा जितना कि, आपका वाहन चलेगा. 

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इस पॉलिसी में वाहन के इस्तेमाल के आधार पर प्रीमियम तय किया जाता है. आप अपनी कार या वाहन को जितना चलाएंगे, उसके हिसाब से ही प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं. ज्यादा ड्राइविंग ना करने वाले लोगों के लिए ये पॉलिसी बड़े ही काम की साबित हो सकती है. यह एक ऐड ऑन कवर पॉलिसी है. जो एक रेगुलर मोटर इंश्योरेंस के साथ ली जा सकती है. इस स्कीम से न सिर्फ आप की जेब पर पड़ने वाला खर्च कम होगा, बल्कि आने वाले दिनों में यह इंश्योरेंस सेक्टर में बड़े बदलाव की वजह बन सकता है. हालांकि, पश्चिमी देशों में इस तरह की इश्योरेंस पॉलिसी का चलन तकरीबन एक दशक पुराना है, लेकिन भारत में हाल ही में शुरू हुआ है. इस इंश्योरें पॉलिसी का लाभ आप दो तरह से उठा सकते हैं:  

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पे एज यू ड्राइव  (PAYD): 

यदि कोई PAYD प्रीमियम का विकल्प चुनता है तो प्रीमियम का कैलकुलेशन अब तक चलाए गए किलोमीटर या वाहन की अवधि के आधार पर किया जाएगा. बीमाकर्ता  किलोमीटर और अवधि को ट्रैक करने के लिए वाहन में टेलीमैटिक्स से प्राप्त डेटा का उपयोग करेगा. दरअसल, वाहन सड़क पर जितना कम चलेगा, उसके क्षतिग्रस्त होने का जोखिम उतना ही कम होगा और प्रीमियम की राशि भी कम होगी. 

पे हाऊ यू ड्राइव (PHYD):

इस इंश्योरेंस पॉलिसी में प्रीमियम इस बात पर तय किया जाता है कि, आखिर आप वाहन किस ढंग से चलाते हैं. यदि आपकी ड्राइविंग अच्छी है तो ये विकल्प आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. PHYD के लिए इंश्योरेंस कंपनी वाहन के इस्तेमाल का पैटर्न, ड्राइविंग की आदतों, इंजन की स्थिति, वाहन की गति और कुछ अन्य बिंदुओं को निर्धारित करने के लिए टेलीमैटिक्स और GPS का उपयोग करती है.  इन सबके आधार पर प्रत्येक ड्राइवर को अंक दिए जाते हैं. ये अंक आपके बीमा प्रीमियम की राशि तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. 

यूसेज बेस्ड इश्योरेंस के फायदे: 

इस तरह के इंश्योरेंस पॉलिसी के कई फायदे हैं. वाहन मालिक को कम प्रीमियम देना पड़ेगा. किसी भी नुकसान की स्थिति में आसानी से इंश्योरें क्लेम, साथ ही ये पॉलिसी ड्राइविंग स्किल को बेहतर करने में भी मदद करेगी. यदि आप कम से कम वाहन का इस्तेमाल करते हैं, तो महंगे इंश्योरेंस प्रीमियम का चुनाव करने से पहले यूसेज बेस्ड इश्योरेंस पॉलिसी का भी अवलोकन करें.

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