
कितना देती है...! ये अब बीते दिनों की बात हुई. कार खरीदारी को लेकर लोगों का नजरिया तेजी से बदल रहा है. लुक, डिज़ाइन और माइलेज के अलावा अब लोग वाहनों में सेफ्टी फीचर्स के प्रति भी काफी संजीदा होते नज़र आ रहे हैं. कम से कम हालिया सर्वे तो इसी तरफ इशारा कर रहा है. हाल ही में देश में एक शोध किया गया, जिसके अनुसार 10 में से 9 लोागों का मानना है कि भारत में सभी कारों की सुरक्षा रेटिंग होनी चाहिए, इससे यह साफ होता है कि देश में बेहतर सेफ्टी फीचर्स वाली कारों का बोलबाला है.
यह सर्वेक्षण स्कोडा ऑटो इंडिया द्वारा शुरू किया गया था और NIQ BASES द्वारा संचालित किया गया. सर्वेक्षण के नतीजों के मुताबिक, भारत में ग्राहक कार खरीदते समय दो बातों का विशेष ख्याल रखते हैं एक वाहन की क्रैश टेस्टिंग रेटिंग और दूसरी है वाहन में एयरबैग की संख्या कितनी है. वहीं कार के माइलेज को लोगों न कम तरजीह दी और ये तीसरे पायदान पर आ पहुंची है.
क्या कहता है सर्वे:
इस सर्वे में लगभग 67 प्रतिशत वो लोग शामिल थें जिनके पास लगभग 5 लाख रुपये तक की कार है. वहीं अन्य 33 प्रतिशत ऐसे लोग हैं जिनके पास कार नहीं है लेकिन वो इसी साल कार खरीदने की सोच रहे हैं. यह सर्वे 18 से 54 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों के साथ किया गया, जिसमें 80 प्रतिशत उत्तरदाता पुरुष और 20 प्रतिशत महिलाएं थीं. सबसे ज्यादा 22.3 प्रतिशत स्कोर के साथ कार की क्रैश रेटिंग को सबसे ज्यादा लोगों ने महत्वता दी, जबकि 21.6 प्रतिशत स्कोर के साथ लोगों ने कार में एयरबैग को जरूरी समझा.
वहीं प्रायोरिटी के मामले में माइलेज कुल 15 प्रतिशत स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर रहा. एक दौर वो भी था जब लोग कार की माइलेज को अपनी पहली प्राथमिकता मानते थें और अब जब पेट्रोल-डीजल की कीमत आसमान छू रहे हैं, बावजूद इसके लोग सेफ्टी को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं. जो कि एक बड़े बदलाव का स्पष्ट संकेत है. जब कारों के लिए क्रैश रेटिंग की बात आती है, तो 5-स्टार रेटिंग के लिए अधिकतम 22.2 प्रतिशत ग्राहकों ने रूचि दिखाई वहीं 21.3 प्रतिशत लोगों ने 4-स्टार रेटिंग और केवल 6.8 प्रतिशत स्कोर के साथ जीरो स्टार रेटिंग पसंद की गई.
स्कोडा ऑटो इंडिया के ब्रांड निदेशक, पेट्र सोलक ने कहा, “स्कोडा में हमारे लिए, सुरक्षा हमारे डीएनए का हिस्सा है और सुरक्षित कार बनाना हमारी फिलॉस्पी है. 2008 के बाद से, स्कोडा की प्रत्येक कार का विश्व स्तर पर और भारत में 5-स्टार सुरक्षा रेटिंग के साथ क्रैश-परीक्षण किया गया है. सर्वेक्षण से पता चलता है कि स्कोडा को टॉप सेफ्टी रेटिंग ब्रांड्स में से एक माना जाता है.
अमृता श्रीवास्तव, क्षेत्रीय निदेशक (APMEA), बेस स्पेशलिटी सेल्स, ने कहा, "इस सर्वे से पता चला कि ग्राहक वाहनों में सुरक्षा और सेफ्टी रेटिंग्स को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं. क्रैश रेटिंग को सबसे ज्यादा लोगों ने अपनी प्रायोरिटी लिस्ट में टॉप पर रखा है. इस सर्वेक्षण में भारत भर के 10 राज्यों में 1,000 लोगों को शामिल किया गया, जिसमें तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश/तेलंगाना, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश शामिल थें.''