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Swift नहीं है सेफ, क्रैश टेस्ट में पॉपुलर कार हुई फेल

GNCAP ने अपने क्रैश टेस्ट रिजल्ट जारी किया है जिसमें उसने पॉपुलर कार Swift को सुरक्षा के लिहाज से कमजोर माना है.

क्रैश टेस्ट के दौरान Maruti Suzuki Swift क्रैश टेस्ट के दौरान Maruti Suzuki Swift
साकेत सिंह बघेल
  • नई दिल्ली,
  • 08 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 8:02 PM IST

मारुति सुजुकी की मिड साइज Swift भारत में काफी लोकप्रिय है. लेकिन क्या आप जानते हैं ये सुरक्षा के लिहाज से काफी कमजोर है. एक हालिया कैंपेन में ग्लोबल NCAP ने मारुति सुजुकी को एडल्ट प्रोटेक्शन के लिहाज से Swift को 2-स्टार रेटिंग दी है. GNCAP ने 'सेफर कार्स ऑफ इंडिया' नाम के कैंपेन के तहत मारुति सुजुकी स्विफ्ट के क्रैश टेस्ट रिजल्ट को रिलीज किया है.

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इसी रिजल्ट में कार को सुरक्षा के लिहाज से 2-स्टार रेटिंग दी गई है. GNACP की रिपोर्ट के मुताबिक, Swift एडल्ट सेफ्टी में फेल है. इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि Swift की बॉडीशेल अस्थिर है और ये भारी-भरकम प्रभावों का सामना नहीं कर सकती. हालांकि Swift में सिर और गले के लिए पर्याप्त सुरक्षा दी जाती है लेकिन छाती और घुटने के लिए सुरक्षा उपायों की कमी है.

इस रिपोर्ट में बताया गया है कि स्टैंडर्ड डबल एयरबैग और ISOFIX (i-size) एंकरेज के साथ वाले लेटेस्ट Maruti Suzuki Swift को एडल्ट प्रोटेक्शन में और चाइल्ड प्रोटेक्शन दोनों में ही दो 2-स्टार रेटिंग दी गई है.

रिपोर्ट में एडल्ट प्रोटेक्शन के लिए 2-स्टार रेटिंग देने की वजह बताई गई है कि इसका स्ट्रक्चर अनस्टेबल है, ड्राइवर की छाती पर कम्प्रेशन ज्यादा हो रही है और ड्राइवर साइड में पैरों के लिए पर्याप्त सुरक्षा नहीं दी गई है.

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इसी तरह चाइल्ड प्रोटेक्शन को भी 2-स्टार रेटिंग दी गई है. यहां क्रैश टेस्ट के दौरान 18 महीने के डमी को सामने की तरफ मुंह करके बिठाया गया और टेस्ट के दौरान पाया गया कि इसकी सुरक्षा पर्याप्त नहीं है. इसी तरह 3 साल के डमी के लिए भी क्रैश टेस्ट के दौरान छाती में सुरक्षा में कमी पाई गर्ई.

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