
इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड बीते कुछ समय में देश भर में तेजी से बढ़ी है, ख़ासकर टू-व्हीलर सेग्मेंट में लोगों ने जमकर इलेक्ट्रिक स्कूटर और बाइक्स खरीदे हैं. अब इन इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मालिकों के लिए एक बड़ी ख़बर आई है. प्रमुख इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन निर्माता कंपनियां ओला इलेक्ट्रिक, हीरो मोटोकॉर्प, एथर एनर्जी और टीवीएस मोटर कंपनी, ईवी ऑफ-बोर्ड चार्जर के लिए अलग से बिल किए गए अमाउंट को रिफंड यानी कि वापस करने की योजना बना रही हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये अमाउंट तकरीबन 288 करोड़ रुपये के आस-पास है. इसके लिए कुछ कंपनियों ने अपनी सहमति भी जता दी है.
Ola Electric ने आज सोशल मीडिया के माध्यम से घोषणा किया है कि, वो इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के चार्जर के लिए बिल किए गए अमाउंट को ग्राहकों को वापस करेगी. इस बयान में ये भी कहा गया है कि, ये रिफंड (Refund) योग्य ग्राहकों को ही दिया जाएगा. हालांकि कंपनी ने रिफंड किए जाने वाले अमाउंट के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की है, लेकिन मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार ओला ग्राहकों को तकरीबन 130 करोड़ रुपये वापस करेगा.
ये ब्रांड्स भी करेंगे रिफंड!
मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, Ola Electric के अलावा एथर एनर्जी तकरीबन 140 करोड़ रुपये, टीवीएस मोटर्स अपने iQube इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदारों को तकरीबन 15.61 करोड़ रुपये, हीरो मोटोकॉर्प अपने Vida V1 Plus इलेक्ट्रिक स्कूटर के ग्राहकों को 2.23 करोड़ रुपये वापस करेगा. एथर एनर्जी बीते 12 अप्रैल तक बेचे गए वाहनों पर रिफंड देगा, जबकि टीवीएस मोटर्स और हीरो मोटोकॉर्प मार्च-23 तक बेचे गए वाहनों पर रिफंड करेगा.
क्या है मामला:
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता कंपनियां अपने वाहनों पर ग्राहकों को सब्सिडी देने के लिए ईवी चार्जर की कीमत अलग से वसूल रही थीं. ये मामला उस वक्त शुरू हुआ जब ओकिनावा ऑटोटेक और हीरो इलेक्ट्रिक द्वारा FAME II योजना के नियमों का उल्लंघन करने की बात सामने आई. अनियमितताओं का पता चलने के बाद केंद्र ने EV निर्माताओं को FAME लाभ देना बंद कर दिया था. इतना ही नहीं दो इलेक्ट्रिक दोपहिया निर्माताओं को प्रोत्साहन लाभ प्राप्त करने से निलंबन का सामना करना पड़ा क्योंकि वे स्थानीयकरण (वाहनों में लोकल कंपोनेंट के इस्तेमाल) मानदंडों को पूरा नहीं कर रहे थें जो फेम सब्सिडी के लिए पात्र होने के नियमों का हिस्सा है.
क्या है नियम:
FAME II नियमों के तहत, ऐसे इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन जिन्हें 1.5 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) की रिटेल प्राइस पर बेचा जाता है, वे सरकार द्वारा संचालित 10,000 करोड़ रुपये के कार्यक्रम के तहत लाभ के पात्र नहीं हैं. एमएचआई की जांच में पाया गया कि, ओला इलेक्ट्रिक, एथर इलेक्ट्रिक, टीवीएस मोटर और हीरो विडा को कथित तौर पर सब्सिडी लाभ प्राप्त करने के लिए अपने वाहनों की गलत कीमत तय की थी. एमएचआई के अनुसार, ये कंपनियां अपने वाहनों की एक्स-शोरूम कीमत को नीचे रखने और सब्सिडी के लिए पात्र होने के लिए अलग से चार्जर और मालिकाना सॉफ्टवेयर के लिए बिलिंग कर रहे थे.
Hero MotoCorp ने घटाई स्कूटर की कीमत:
इस घटना के बाद हीरो मोटोकॉर्प ने अपने Vida V1 Plus और V1 Pro रेंज के इलेक्ट्रिक स्कूटर की कीमतों में भारी कटौती की है. इस तरह ये पहली कंपनी बनी है जिसने आधिकारिक तौर पर वाहनों की कीमत में कटौती की है. कंपनी ने V1 प्लस की कीमत में 25,000 रुपये की कटौती और Pro की कीमत में 19,000 रुपये की कटौती की है. अब इनकी कीमत क्रमश: 1.2 लाख रुपये और 1.4 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है. यहां यह जानना जरूरी है कि इन कीमतों में अब FAME II सब्सिडी और पोर्टेबल चार्जर शामिल हैं जो पहले अलग से बेचे जा रहे थे.