
इंस्टाग्राम रील के जरिए सोशल मीडिया पर चर्चित होने की सनक ने बिहार के बेगूसराय में एक युवक को मुश्किल में डाल दिया है. अब उसके पीछे पुलिस पड़ गई है और गिरफ्तार करने के लिए सरगर्मी से उसकी तलाश की जा रही है.
दरअसल एक युवक ने स्कॉर्पियो गाड़ी पर फर्जी डिप्टी एसपी का बोर्ड और ऊपर लाल बत्ती लगाकर रील वीडियो बनाया था जो बाद में वायरल हो गया. उसने उस रील वीडियो में खुद को डिप्टी एसपी बताकर इंस्टाग्राम पर शेयर कर दिया.
हैरानी की बात ये है कि उसने अपने इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर भी डेप्युटी सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस लिख रखा है. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल करने के बाद युवक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
बता दें कि साइबर थाने को 23 मार्च को दो वीडियो मिला था जिसमें स्कॉर्पियो गाड़ी पर पुलिस लिखा हुआ था और उस पर डिप्टी एसपी का फर्जी बोर्ड भी लगा था. इस गाड़ी से निकलकर एक युवक ने गाने पर रील बनाया था.
अब गिरफ्तार होगा रील बनाने वाला युवक
जब वायरल वीडियो की जांच की गई तो रील बनाने वाले युवक की पहचान रिफाइनरी थाना क्षेत्र के मोसादपुर गांव में रहने वाले करण कुमार के रूप में हुई. उसके पिता का नाम नारायण महतो है.
जांच में यह भी सामने आया कि करण कुमार पुलिस विभाग से जुड़ा हुआ नहीं है और न ही वो डिप्टी एसपी है. इसके बावजूद वह फर्जी तरीके से स्कॉर्पियो वाहन पर डिप्टी एसपी का बोर्ड लगाकर और पुलिस लिखकर चल रहा था.
नियम के मुताबिक फर्जी तरीके से वाहन पर पुलिस लिखना और डिप्टी एसपी का बोर्ड लगाना गैर कानूनी है. इसके बाद साइबर थाने में पुलिस ने करण कुमार के खिलाफ प्राथमिक दर्ज कर ली है और उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.