
बिहार में जारी सियासी ड्रामे के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बक्सर में बीजेपी सांसद अश्विनी चौबे के साथ ब्रह्मपुर मंदिर में पूजा-पाठ करते नजर आए. दोनों ही नेता शिव मंदिर में भगवान भोलेनाथ की आरती करते हुए दिखे.
बता दें कि पटना में राजनीतिक पारा चढ़ने के बाद नीतीश कुमार शनिवार को बक्सर के ब्रह्मपुर मंदिर परिसर पहुंचे थे जहां पूजा अर्चना की और मंदिर के काया कल्प के दूसरे फेज की योजनाओं का शिलान्यास किया. इस दौरान बीजेपी नेता अश्विनी कुमार चौबे भी उनके साथ नजर आए.
सीएम नीतीश कुमार के साथ ब्रह्मेश्वरनाथ धाम मंदिर का उद्घाटन करने के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा, 'भगवान की जो इच्छा होगी, वही होगा...पहली बार मैं ही उन्हें (नीतीश कुमार) को यहां लाया था और आज भी मैं ही उन्हें लेकर आया हूं.'
वहीं दूसरी तरफ पटना में गहमागहमी के बीच बीजेपी के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े भी पटना पहुंच गए हैं. तावड़े आज शाम में बीजेपी विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेंगे. एनडीए को एकजुट बनाए रखने के लिए सम्राट चौधरी जीतन राम मांझी के घर पहुंचे और उनसे बात की.
सूत्रों के मुताबिक बक्सर से पटना लौटने के बाद नीतीश कुमार अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं जिसके बाद वो बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं.
आरजेडी भी सरकार बनाने की कोशिश में जुटी
बिहार में जारी सियासी खींचतान जारी है, आरेजडी सरकार बनाने की सभी संभावनाओं को तलाशने में जुटी हुई है. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए गठबंधन में शामिल होने की अटकलों के बीच आज बीजेपी और आरजेडी की अहम बैठक हो रही है.
वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपने आवास पर रविवार को जेडीयू विधानमंडल दल की बैठक बुलाई है. इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बीजेपी की एक बड़ी बैठक हुई, जिसमें बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी सहित प्रदेश के दिग्गज नेता शामिल रहे.
बिहार विधानसभा का गणित
बिहार विधानसभा में अभी बीजेपी के पास विधानसभा की 78 सीटें हैं जबकि जेडीयू के पास 45 विधायक हैं. वहीं एनडीए की सहयोगी पार्टी हम के पास 4 विधायक हैं. अगर इन सबको जोड़े दें ते ये आकंडा 127 का होता है. अगर आरजेडी जेडीयू के कुछ विधायकों को तोड़ती है तो ऐसे में कांग्रेस के 10 बागी विधायक नीतीश और बीजेपी की सरकार बनवाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं.
नीतीश कुमार ने कब-कब बदला पाला
नीतीश कुमार ने साल 1994 में पहली बार जनता दल से अलग होकर समता पार्टी बनाई. इसके बाद 30 अक्टूबर 2003 को जनता दल यूनाइटेड का गठन किया और 2005 के चुनाव में बीजेपी से गठबंधन किया. साल 2013 में बीजेपी से गठबंधन तोड़ लिया.
इसके बाद नीतीश कुमार ने साल 2015 में आरजेडी और कांग्रेस के साथ गठबंधन कर लिया. फिर साल 2017 में नीतीश आरजेडी को छोड़कर एक बार फिर बीजेपी के साथ आए गए.
चार साल बाद नीतीश कुमार ने साल 2022 में एक बार फिर बीजेपी का साथ छोड़ दिया और आरजेडी से हाथ मिला लिया. अब फिर डेढ़ साल बाद नीतीश के आरेजडी को छोड़कर बीजेपी के साथ गठबंधन करने की अटकलें हैं.