Advertisement

'आप NDA के साथ हैं या नहीं?', आनंद मोहन के बेटे ने चिराग पासवान से किया सवाल

बिहार के उपचुनाव नतीजों के बाद एनडीए में अंदरूनी खींचतान तेज हो गई है. जेडीयू विधायक चेतन आनंद ने चिराग पासवान से एनडीए में उनकी स्थिति साफ करने की मांग की है. चेतन ने पासवान पर चुनाव अभियानों में शामिल नहीं होने और एनडीए में अनिश्चित व्यवहार रखने के आरोप लगाए हैं, जिससे गठबंधन में स्पष्टता की कमी दिख रही है.

चेतन आनंद चेतन आनंद
शशि भूषण कुमार
  • नई दिल्ली,
  • 27 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 4:23 PM IST

उपचुनाव के नतीजे आने के बाद बिहार एनडीए में घमासान शुरू हो गया है. चिराग पासवान को लेकर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं. शिवहर से जेडीयू विधायक चेतन आनंद ने उन्हें अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है. उनका कहना है कि वह चुनाव के बीच रैली के लिए भी नहीं गए. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि चिराग यह स्पष्ट करें कि वह एनडीए में हैं भी या नहीं.

Advertisement

आनंद मोहन के विधायक बेटे चेतन आनंद ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, "मांझी जी द्वारा खाली एनडीए की सिर्फ एक सीट थी 'इमामगंज', जहां एनडीए की सबसे ज्यादा प्रतिष्ठा फंसी थी. दीपा मांझी के सामने कोई जितेंद्र पासवान खड़े थे, और वह 37 हजार वोट ले आते हैं."

उन्होंने कहा, "यह बताता है कि या तो आप इसलिए नहीं गए कि आप वहां वोट ट्रांसफर नहीं करा सकते थे, या आप जीतन राम मांझी को उनके घर में उन्हें नीचा दिखाना चाहते थे, या फिर जनस्वराज से अंदर खाने आपकी कोई 'डील' थी."

यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र में बिहार मॉडल की मांग कर रही शिवसेना आखिर बीजेपी के सामने क्यों पड़ी नरम? । Opinion

संसदीय चुनाव में शिवहर नहीं जाने पर भी घेरा

चेतना आनंद ने आगे कहा, "संसदीय चुनाव में आप तीन-तीन बार शिवहर का कार्यक्रम लगवाकर, हेलीपैड बनवाकर नहीं आते हैं. ऐसा कर आप क्या संदेश दे रहे थे. क्या हाजीपुर में राजपूतों ने आपको वोट नहीं किया? आप बार-बार बुलाने पर भी इमामगंज नहीं आते हैं, क्यों? क्या दीपा मांझी दलित नहीं हैं, या भविष्य में आपको मांझी वोट नहीं चाहिए."

Advertisement

यह भी पढ़ें: बिहार विधानसभा में गरमाया आरक्षण सीमा का मुद्दा, तेजस्वी-सम्राट चौधरी में बहस

सच का सामना करने की दी सलाह

चेतन आनंद ने कहा, "मेरी सलाह है कि सच का सामना कीजिए. आप अपना स्टैंड क्लियर कीजिए. साथ में हैं भी और नहीं भी, ऐसा नहीं चलेगा." चेतन आनंद ने कहा, "याद रखें, कभी अटल जी के नेतृत्व वाली केंद्र की एनडीए सरकार को बचाने के लिए मेरे पिता जी सामने आए थे और आज जरूरत पड़ी तो नीतीश जी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को बचाने मैं सामने आया." चेतन आनंद ने कहा, "हम कोई सड़क छाप नहीं हैं. एक जिंदा कौम के नेता हैं. अमर्यादित भाषा और टिप्पणी कहीं महंगा सौदा न साबित हो?"

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement