
रक्सौल अनुमंडल के सुगौली विधानसभा के तहत आने वाला रामगढ़वा थाना दशकों से जर्जर भवन से संचालित किया जा रहा था. रामगढ़वा थाना को अब आधुनिक सुविधाओं से युक्त नया भवन तो मिला, लेकिन नए भवन पर लिखे गए नाम से रामगढ़वा के लोग हक्का-बक्का हैं. लोगों के अंदर भय का माहौल बन गया है.
1972 से रामगढ़वा प्रखंड नक्सल प्रभावित नहीं रहा
दरअसल, साल 1972 में आदापुर थाना से अलग होकर रामगढ़वा थाना अस्तित्व में आया. अपना भवन नहीं होने के कारण थाना NH28 A के बगल में जर्जर भवन में चल रहा था. काफी प्रयास के बाद रामगढ़वा के पुराने अंचल कार्यलय के पास रामगढ़वा थाना का शिलान्यास बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. अब थाना का नया भवन बनकर तैयार तो हो गया, लेकिन उस पर नक्सल थाना रामगढ़वा लिख दिया गया है. जबकी 1972 से आजतक पूरा रामगढ़वा प्रखंड कभी नक्सल प्रभावित नहीं रहा है.
पांच तरह के थाना भवन का निर्माण करता है विभाग
विभाग के अनुसार बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम पांच तरह के थाना भवन का निर्माण करता है. जिसमें आदर्श थाना, नक्सल थाना, जेड 3 , एससी-एसटी और महिला थाना भवन शामिल है. जब रामगढ़वा कभी नक्सल प्रभावित क्षेत्र नहीं रहा तो आदर्श थाना भवन के बजाए नक्सल थाना भवन बनाना समझ से परे है.
इस सबंध में लोजपा आर के महासचिव लोहा पांडेय ने विभाग के ऊपर सवाल खड़ा किया है और सरकार से मांग की है कि नक्सल शब्द हटाकर रामगढ़वा को आदर्श थाना घोषित किया जाए.