
अपर मुख्य शिक्षा सचिव के के पाठक के लाख प्रयास के बाद भी जमुई का शिक्षा विभाग सुधरने का नाम नहीं ले रहा. शिक्षक की बात तो दूर, यहां तक की शिक्षा विभाग के पदाधिकारी भी आंख मूंद कर काम कर रहे हैं. विभाग के पदाधिकारी भी ऐसी ऐसी गलतियां करते हैं. जिसकी उनसे उम्मीद भी नहीं की जा सकती. दरअसल, जमुई के जिला शिक्षा पदाधिकारी का एक पत्र वायरल हो रहा है, जिसमें Bad Performance की जगह Bed Performance लिखा हुआ है.
जमुई शिक्षा विभाग ने भी एक ऐसा ही कारनामा किया है जो चर्चा का विषय बन गया है. यहां के जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO)को नहीं पता है BED OR BAD में क्या अंतर है. जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी कहने को लगातार निरीक्षण का दौर प्रारंभ कर चुके हैं. प्रत्येक दिन के निरीक्षण के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा पत्र जारी किया जाता है. इसे लेकर ही बीते 22 मई को जिला शिक्षा पदाधिकारी ने एक पत्र जारी किया.
डीईओ ने जिले के 16 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही. निरीक्षण के दिन का वेतन कटौती की गई. निरीक्षण के दौरान तीन शिक्षक विद्यालय से अनुपस्थित पाए गए थे, जबकि 13 शिक्षकों के खराब प्रदर्शन को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने वेतन कटौती की बात कही. निरीक्षण के बाद 16 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय ज्ञापांक 3755 दिनांक 22 मई 2024 को एक कार्यालय आदेश निर्गत किया गया.
14 जगह Bad को Bed लिखा
इस में जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा दिनांक 22 मई को जिला अंतर्गत निरीक्षण कार्य से अनुपस्थित तथा Bad performance के आधार पर शिक्षा सेवकों के विरुद्ध निरीक्षण तिथि के वेतन की कटौती का निर्देश दिया गया था, लेकिन जिला शिक्षा पदाधिकारी के इस पत्र में Bad को Bed लिखा गया है और यह गलती एक या दो जगह नहीं बल्कि एक पत्र में 14 बार इस शब्द को गलत लिखा गया है.
डीईओ ने कुछ भी कहने से किया इंकार
इस मामले में जब जिला शिक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार से बात करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया और कार्यालय के द्वारा ज्ञापांक 3758 का एक शुद्धि पत्र जारी कर दिया. यही नहीं एक और पत्र शिक्षा विभाग द्वारा जारी किया गया. यहां विद्यालय के नाम की जगह शिक्षकों का नाम लिखा गया है. ऐसे में ये अंदाजा लगाना सहज है कि बिहार के साथ-साथ जमुई के शिक्षा विभाग में कब सुधार आएगा.