
बिहार की नवादा जिले में जमीन विवाद को लेकर दबंगों ने दलितों के घरों को फूंक दिया. गांव वालों का दावा है कि फायरिंग के बाद करीब 80 घरों को आग के हवाले कर दिया गया. हालांकि पुलिस ने कहा कि 21 घर ही आग में जले हैं. इस मामले में मुख्य आरोपी समेत 10 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. अब इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है. जहां विपक्ष बिहार में जंगलराज बता रहा है, वहीं सत्तापक्ष की ओर से कहा जा रहा है कि ये समाज की समरसता को बिगाड़ने की साजिश है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नवादा में महादलित टोला पर दबंगों का आतंक एनडीए की डबल इंजन सरकार के जंगलराज का एक और प्रमाण है. उन्होंने कहा, "बेहद निंदनीय है कि करीब 100 दलित घरों में आग लगाई गई, गोलीबारी की गई और रात के अंधेरे में गरीब परिवारों का सब कुछ छीन लिया गया. भाजपा और उसके सहयोगी दलों की दलितों-वंचितों के प्रति घोर उदासीनता, आपराधिक उपेक्षा व असामाजिक तत्वों को बढ़ावा अब चरम पर है."
खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरते हुए कहा, "प्रधानमंत्री मोदी जी हमेशा की तरह मौन हैं, नीतीश जी सत्ता के लोभ में बेफिक्र हैं और NDA की सहयोगी पार्टियों के मुंह में दही जम गया है."
मोदी-नीतीश के राज में बिहार में आग ही आग: तेजस्वी
नवादा की घटना पर पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का बयान आया है. तेजस्वी ने इस घटना की तुलना महा जंगलराज, महा दानवराज, महा राक्षसराज से की है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा, "महा जंगलराज महा दानवराज महा राक्षसराज. नवादा में दलितों के 100 से अधिक घरों में लगाई आग. नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के राज में बिहार में आग ही आग. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेफिक्र, NDA के सहयोगी दल बेखबर. गरीब जले, मरे-इन्हें क्या? दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा."
...सरकार चैन की नींद सो रही है: आरजेडी
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बिहार में दलितों के घर जलाए जा रहे हैं और सरकार चैन की नींद सो रही है. उन्होंने कहा, "नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ठीक कहा है कि बिहार में महा जंगलराज से बड़ा महाराक्षक राज आ गया है. दलित भाइयों पर अत्याचार किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा. दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. बिहार जिस तरह जल रहा है उसपर प्रधानमंत्री मोदी और एनडीए को बोलना चाहिए."
नवादा की घटना पर जेडीयू ने क्या कहा?
वहीं जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्टयता यह मामला भूमि विवाद का लगता है. घटना के 20 मिनट बाद ही पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंच गया. पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है. घटना में किसी के घायल होने की कोई सूचना नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार सामाजिक समरसता बिगड़ने के किसी भी प्रयास को सफल नहीं होने देगी.
बिहार को अस्थिर करने की कोशिश: मंत्री
बिहार सरकार में मंत्री जनक राम ने नवादा की घटना को महागठबंधन की साजिश बताया है. उन्होंने कहा कि बिहार जिस तरह विकास कर रहा है, उसे और अस्थिर करने के लिए इस तरह की साजिश रची जा रही है. महागठबंधन का चाल चरित्र बिहार के लोग जानते हैं.
बिहार के नवादा में दबंगों का तांडव, फायरिंग के बाद दलितों के 80 घर फूंके, गांव में पुलिस फोर्स तैनात
जनक राम ने कहा, "जिस तरह तेजस्वी यादव के माता-पिता के शासनकाल में समाज के अंदर नफरत फैलाया गया, अगड़ा और पिछड़ा की लड़ाई की गई. एक बार फिर उसी को हवा देने की कोशिश हो रही है. दलितों को निशाना बनाया जा रहा है. दलितों का घर जलाकर उनमें दहशत फैलाई जा रही है, लेकिन किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है. बिहार में नीतीश कुमार की सुशासन वाली सरकार है और जो भी दोषी हैं उन पर तुरंत एक्शन होगा."
नवादा में क्या हुआ था?
नवादा के मुफस्सिल थाना इलाके के ननौरा के पास स्थित कृष्णा नगर दलित बस्ती की है. गांव में जमीन के एक हिस्से पर फिलहाल दलित परिवारों का हिस्सा है. इस जमीन पर कब्जे को लेकर दूसरे पक्ष से विवाद चल रहा है. मामले की सुनवाई अधिकारियों के पास चल रही है. पीड़ित परिवारों का आरोप है कि बुधवार की शाम अचानक दबंगों ने हमला कर दिया. मारपीट और फायरिंग के बाद उनके घरों में आग लगा दी गई.
नवादा के एसपी ने क्या बताया?
एसपी अभिनव धीमान ने बताया, "बुधवार शाम करीब 7 बजे ये सूचना मिली थी कि यहां कुछ व्यक्तियों द्वारा घरों को जलाया गया है. शुरुआत में दावा किया गया था कि 40-50 घर जलाए गए, लेकिन हमारे सर्व में 21 घरों में ही आग लगाई गई थी. इसके अलावा इस घटना में किसी की मौत की सूचना सामने नहीं आई है और न ही किसी की ऐसी बॉडी मिली है. पूरे गांव में पुलिस फोर्स तैनात है."