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'बिहार में अभी खेल होना बाकी है...', बैठक में RJD विधायकों से बोले तेजस्वी यादव

बिहार में सियासी गहमागहमी के बीच आज आरजेडी के नेताओं की बैठक हुई. बैठक में तेजस्वी यादव ने कहा कि मैंने गठबंधन धर्म को निभाया है. उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा नीतीश का सम्मान किया.

तेजस्वी यादव. (फाइल फोटो) तेजस्वी यादव. (फाइल फोटो)
शशि भूषण कुमार
  • पटना,
  • 27 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 6:10 PM IST

बिहार में सियासी गहमागहमी के बीच आज आरजेडी के नेताओं की बैठक हुई. बैठक में तेजस्वी यादव ने कहा कि मैंने गठबंधन धर्म को निभाया है. उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा नीतीश का सम्मान किया. सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी यादव ने राज्य में कई बड़े घटनाक्रम होने के संकेत भी दिए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मेरे साथ मंच पर बैठते थे और पूछते थे कि 2005 से पहले बिहार में क्या था? मैंने कभी प्रतिक्रिया नहीं दी. अब हमारे साथ अधिक लोग हैं, दो दशकों में जो कुछ भी अधूरा रह गया था, हम उसे हासिल करने में कामयाब रहे. भले ही नौकरियां हों, जाति जनगणना हो, आरक्षण बढ़ाना हो, थोड़े ही समय में हमने ये किया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में अभी खेल होना बाकी है.

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सूत्रों के मुताबिक लालू ने अपने सभी विधायकों को पटना में बने रहने के लिए कहा है. साथ ही मोबाइल फोन बंद नहीं करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने अपने विधायकों से ये भी कहा कि किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहें.

आरजेडी की बैठक खत्म होने के बाद मनोज झा ने कहा कि बैठक बहुत सकारात्मक रही, हमने मौजूदा हालात के हर पहलू पर चर्चा की. हमारे नेता लालू प्रसाद, जो भी निर्णय लेंगे हम उसे मानेंगे. हम इस सरकार को गिराने के बारे में कभी सोच भी नहीं सकते, इस सरकार ने बिहार की जनता के लिए काम किया है. उन्होंने कहा कि यह विधानमंडल की बैठक थी, जिसमें लालू यादव, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और सभी विधायक शामिल थे. हम सभी ने लालू यादव को निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया है.

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समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि राजद नेतृत्व बेचैन है, बेचैनी का कारण साफ है, अनावश्यक बयानबाजी की जा रही है, जिसे रोकने की जरूरत है वरना नतीजे अच्छे नहीं होंगे.

सुप्रीमो लालू प्रसाद के पटना स्थित आवास पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक आपात बैठक बुलाई थी. बैठक में लालू प्रसाद और उनकी पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के अलावा राज्य विधानमंडल के सदस्यों सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए. इस बैठक में आने वाले सभी नेताओं का मोबाइल फोन बाहर रखवाए गए थे.

बिहार विधानसभा में अभी बीजेपी के पास विधानसभा की 78 सीटें हैं, जबकि जेडीयू के पास 45 विधायक हैं. वहीं, एनडीए की सहयोगी पार्टी HAM के पास 4 अस्थायी विधायक हैं. अगर इन सबको जोड़ दें तो ये आकंडा 127 हो जाता है. जो कि 122 के जादुई आंकड़े के ज्यादा है. अगर आरजेडी-जेडीयू के कुछ विधायकों को तोड़ती है तो ऐसे में कांग्रेस के 10 बागी विधायक नीतीश और बीजेपी की सरकार बनवाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं.

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