
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी गुरुवार को विधान परिषद में फिर से भिड़ गए. विधान परिषद की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष ने बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर हंगामा शुरू किया. राबड़ी देवी भी सदन में खड़ी थीं. संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सदन में विपक्षी सदस्यों को जवाब देते हुए कहा कि हमारी सरकार में अपराधी पकड़े जाते हैं, लेकिन उसकी चर्चा नहीं हो रही.
विपक्ष का हंगामा इसके बाद भी जारी रहा तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में उठ खड़े हुए. उन्होंने राबड़ी देवी की तरफ इशारा करते हुए कहा, 'उनके पति की जब सरकार थी तब क्या हाल था? कोई काम भी बिहार में नहीं हुआ. अगर कोई घटना घटी है, तो जांच होगी. जब इनके पति की सरकार थी, तो कोई जांच होती थी? कोई काम किया था? हिंदू और मुसलमान का कितना झगड़ा होता था. सब काम हमने किए हैं. ये सब बोलने का कोई मतलब नहीं है. मेरे आने के बाद सारा काम हुआ. खाली पब्लिसिटी चाहते हैं ये लोग. कोई काम नहीं किए हैं ये लोग. खाली हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा होता था. क्या चीज के लिए आप सीएम बनीं. पति हटा तो आप सीएम बनीं.'
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इस पर राबड़ी देवी ने भी नीतीश कुमार पर पलटवार किया. उन्होंने कहा, 'हत्या, बलात्कार, चोरी की घटनाएं रोज होती हैं. पूरे बिहार में ऐसी घटनाएं हो रही हैं. लॉ एंड ऑर्डर नहीं संभाल सकते हैं ये लोग. होली पर भी कितनी हत्याएं हुई थीं. सरकार कोई सुनवाई नहीं करती है. सरकार सिर्फ कागज पर चल रही है. बिहार में जंगलराज हो गया है.' राबड़ी देवी ने अशोक चौधरी पर निशाना साधा और उन पर फिरौती लेने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'अशोक चौधरी ने पहले कांग्रेस में लूटा और अब जेडीयू में लूट रहे हैं.' इसके बाद राबड़ी देवी और अशोक चौधरी में भिड़ंत हो गई. सदन में भारी हंगामे के बाद सभापति ने विपक्षी सदस्यों को पहली पाली तक के लिए बाहर जाने का आदेश दिया.
विधानसभा में मोबाइल के उपयोग पर भड़के नीतीश
इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को बिहार विधानसभा में मोबाइल फोन के इस्तेमाल को लेकर अपना आपा खो बैठे. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव से सदन में मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की. नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग से 10 साल के भीतर दुनिया खत्म हो जाएगी. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के सीएम की निंदा करते हुए उन्हें रूढ़िवादी और आउटडेटेड सीएम बताया. आरजेडी विधायक भाई बीरेंद्र ने कहा कि नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और उन्हें चिकित्सा की जरूरत है.
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नीतीश कुमार उस समय अपना आपा खो बैठे जब जहानाबाद से राष्ट्रीय जनता दल के विधायक सुदय यादव अपने मोबाइल फोन से पूरक प्रश्न पूछ रहे थे. मुख्यमंत्री ने स्पीकर नंद किशोर यादव से मांग की कि सदन में सदस्यों के मोबाइल फोन लेकर आने पर रोक लगाई जाए, जैसा कि पहले भी लगाया गया था. तेजस्वी यादव ने अपने X हैंडल पर सीएम नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए एक पोस्ट में लिखा, 'सदन को पेपरलेस बनाने के लिए ऑनलाइन सवालों के जवाब देने की व्यवस्था की गई है. अगर किसी सदस्य को पूरक प्रश्न पूछना है तो उन्हें अपने मोबाइल या टैब पर देखकर पूछना होगा, लेकिन बिहार के कंप्यूटर इलिटरेट मुख्यमंत्री को इससे भी दिक्कत है. ह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बिहार को ऐसा रूढ़िवादी और आउटडेटेड मुख्यमंत्री मिला है जो तकनीक विरोधी होने के साथ-साथ युवा, छात्र और महिला विरोधी भी है. निंदनीय!'