
बिहार के दरभंगा में आज तक की खबर का बड़ा असर हुआ. पुलिस के काम में लापरवाही और पुलिस की छवि धूमिल करने के आरोप में एक ASI सरयुग प्रसाद सिंह को दरभंगा के एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने निलंबित कर दिया. साथ ही होमगार्ड अनिल कुमार पर भी गाज गिरी है. उससे अगले तीन महीने तक काम नहीं लेने की अनुशंसा की गई. दरभंगा के एसएसपी ने इसकी पुष्टि की है. उन्होने कहा है कि आगे भी ऐसे लापरवाह पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी.
दरअसल, आज तक ने खबर के माध्यम से दिखाया था कि कैसे एक पुलिस अधिकारी सरयुग प्रसाद सिंह हथकड़ी लगे एक कैदी के साथ दरभंगा जिला अदालत और दरभंगा एसएसपी दफ्तर के ठीक बीच सड़क किनारे एक चाय नाश्ते की दुकान पर न सिर्फ बैठा था, बल्कि कैदी को छोड़ खैनी बनाकर खाने में व्यस्त था.
कैदी को छोड़ खैनी बनाने में व्यस्त था एएसआई :SSP
दरभंगा के एसएसपी ने बताया कि कल बहादुरपुर थाना अंतर्गत एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर कोर्ट में प्रस्तुत करने के लिए लाया गया था. उसी दौरान कोर्ट के सामने जो चाय की दुकान है. वहां पुलिस अधिकारी और होमगार्ड की तरफ से लापरवाही की गयी थी. कैदी को छोड़ पुलिस खैनी खाते पाए गए थे. उनको निलंबित कर दिया गया है और होमगार्ड के जवान को तीन महीने तक काम नहीं लेने की अनुशंसा की गयी है.
एसएसपी ने बताया कि पुलिस मुख्यालय के निर्देश के अनुसार जो भी पुलिस वाले काम में लापरवाही बरतते हैं या वर्दी की अस्मिता को धूमिल करते हैं. उनके खिलाफ ऐसी ही आगे भी कठोर कार्रवाई की जायेगी.
कैदी के हाथ में ही थमा रखी थी हथकड़ी की रस्सी
तस्वीर साफ दिखाई दे रहा था कि वर्दी में एक पुलिस वाला दुकान की स्टूल पर बैठा था, जबकि बगल वाली स्टूल पर हाथ में हथकड़ी लगा कैदी भी साथ में बैठा था. हैरान कर देने वाली बात यह दिखी थी कि जिस कैदी के हाथ में हथकड़ी लगी थी, वही कैदी हथकड़ी का पूरा रस्सा भी खुद ही पकड़कर रखा था. यानी की रस्से का कोई भी हिस्सा पुलिस वाले ने नहीं पकड़ रखा था. साथ ही एएसआई बड़े मजे से दोनों हाथों से खैनी बनाने में व्यस्त था.
बहादुरपुर थाना में कार्यरत था एएसआई
बड़ी यह है कि यह कोई पुलिस का जवान नहीं था जो ऐसा कर रहा था, बल्कि वर्दी पहने और कंधे पर लगा एक स्टार यह बता रहा था कि वे थाने का जिम्मेदार एक पुलिस अधिकारी है और उन्हें अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभानी नहीं आती है. स्टार लगे पुलिस वाले के नेम प्लेट पर सरयुग प्रसाद सिंह लिखा था, जो दरभंगा के बहादुरपुर थाना में ASI के पद पर कार्यरत है. वहीं साथ में एक होमगार्ड का जवान भी मौजूद था.
शराब पीने के आरोप में कोर्ट में किया जाना था प्रस्तुत
जब छुपे कैमरे के साथ पुलिस वाले और कैदी से बातचीत शुरू हुई तो कैदी ने बताया कि वह ताड़ी पीने के आरोप में गिरफ्तार हुआ है, जबकि पुलिस वाले शराब पीने के जुर्म में पकड़ने की बात बता रहे थे. जब उनसे पूछा गया कि कैदी को हथकड़ी लगा रखे हैं, लेकिन रस्सा भी कैदी को ही आपने थमा दिया है. अगर वह भाग गया तो, इस सवाल खत्म होने से पहले कैदी ही बोल उठा कि सर, नहीं भागेंगे, अगर भागना होता तो रात में ही भाग जाते.
वहीं पुलिस वाले सवाल पर मुस्कुराते हैं और ऐसा नहीं होने की बात बताते हैं. बातो बातो में कुछ समय गुजर जाता है और पुलिस वाला तम्बाकू रगड़कर अपनी होठ के नीचे दबा लेता है. हमने पूछा तम्बाकू कैदी को भी देना है तो पुलिस वाले ने कहा नहीं खैनी सिर्फ हम खायेंगे इसे नहीं देंगे.