
बिहार की राजधानी पटना में शराब की तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है. हर बार तस्कर नए-नए तरीके निकालते रहते हैं. पुलिस और एक्साइज डिपार्टमेंट की टीम भी कार्रवाई करती रहती है. इसी कड़ी में दो पिकअप वैन से एक्साइज डिपार्टमेंट की टीम ने सात लाख रुपये कीमत की शराब जब्त की है.
वैन में तहखाना बनाकर एक्सपायरी कुरकुरे के नीचे छिपाकर रखी गई अंग्रेजी शराब की बड़ी खेप को उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने पकड़ा है. यह अबैध शराब झारखंड के डाल्टेनगंज से लाई जा रही थी, जिसे पटना में पहुंचाया जाना था.
एक्साइज डिपार्टमेंट के सहायक आयुक्त प्रेम प्रकाश के अनुसार, लगभग 7 लाख की अंग्रेजी शराब जब्त की गई है. अधिकारियों ने बताया कि बिहटा सरमेरा बायपास सड़क पर गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर वाहन को चेकिंग के दौरान पकड़ा गया था.
इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. एक आरोपी पटना सिटी के मेहदीगंज का रहने वाला और दूसरा बिहटा का रहने वाला बताया जा रहा है.
बिहार में 2016 से लागू है शराबबंदी कानून
बिहार में शराबबंदी कानून लागू है. इसके बावजूद शराब तस्करी के नए-नए तरीके अपनाते रहते हैं. बिहार में 2015 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने शराबबंदी (Alcohol Ban) करने का वादा किया था. असर ये हुआ कि महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत 60 के करीब हो गया था. कई इलाकों में तो 70 फीसदी से ज्यादा महिलाओं ने वोट दिया था.
सरकार बनने के बाद अप्रैल 2016 में बिहार में शराबंबदी का कानून आया. 1 अप्रैल 2016 को बिहार देश का 5वां ऐसा राज्य बन गया, जहां शराब पीने और जमा करने पर प्रतिबंध लग गया. इसके बाद से पुलिस भी लगातार शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करती रहती है. मगर, शराब की तस्करी बदस्तूर जारी है.