
बिहार के मधेपुरा में मूसलाधार बारिश हो रही है. वहीं पिछले कुछ दिनों में कोसी नदी में बढ़ते जलस्तर का प्रकोप मधेपुरा जिले में भी देखने को मिला है, जहां फुलौत गांव पिछले सप्ताह से जलमग्न है. आजतक की टीम मधेपुरा के फुलौत गांव में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने पहुंची, जहां सैकड़ों की संख्या में लोग अपने घरों को छोड़कर एक पुल पर शरण लिए हुए हैं.
बाढ़ में डूबा फुलौत गांव
फुलौत गांव के निवासी मिथिलेश चौधरी और उनके परिवार के दर्जन भर सदस्य पिछले एक सप्ताह से जलमग्न घर में ही रह रहे हैं. मिथिलेश राम बताते हैं कि पिछले एक सप्ताह से कोसी नदी का पानी पूरे इलाके में फैल गया है, जिसकी वजह से उनके घर पानी में डूब गए हैं.
स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से जलस्तर में बढ़ोत्तरी हो रही है, जिसकी वजह से उनको अपना घर छोड़कर दूसरी जगहों पर शरण लेना पड़ा रहा है. वहीं सड़क मार्ग का संपर्क गांव से टूटने के बाद लोगों को अब अपने गांव से आने-जाने के लिए सिर्फ नाव का ही सहारा बचा है.
ग्राउंड रिपोर्ट में हुआ खुलासा
मिथिलेश राम के परिवार वालों ने आजतक से बातचीत के दौरान बताया कि किस तरीके से उनका गांव पिछले 1 सप्ताह से जलमग्न है और प्रशासन उनकी सुध लेना ही भूल गया है. उन्होंने बताया कि पिछले 5-6 दिनों से वे लोग डूब रहे हैं, लेकिन उन्हें देखने वाला कोई नहीं है. वहीं खाने-पीने की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है. हर साल हजारों लोगों बाढ़ आने पर अपना घर छोड़कर जाना पड़ता है.
स्थानीय लोगों की शिकायत है कि प्रशासन उनकी मुश्किलों का कोई समाधान नहीं निकाल रहा है और ना ही उनके खाने-पीने की कोई व्यवस्था कर रहा है. बाढ़ प्रभावित लोगों का यह आरोप है कि सरकार की तरफ से उन्हें कोई नाव भी मुहैया नहीं कराई गई है ताकि वह अपने गांव से आना-जाना कर सकें.