
नीतीश कुमार ने रविवार को बीजेपी के सहयोग से 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. नीतीश ने कहा कि महागठबंधन और INDIA ब्लॉक में चीजें अच्छी तरह से काम नहीं कर रही थीं, इसलिए छोड़ना पड़ रहा है. इस बीच आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य लगातार नीतीश कुमार पर हमलावर हैं.
तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने की अपील करते हुए रोहिणी आचार्य ने 'जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे' की तर्ज पर एक लाइन लिखी है. उन्होंने लिखा, "जो रोजगार को लाए हैं, हम उनको लाएंगे, फिर से तेजस्वी बिहार बनाएंगे."
रोहिणी आचार्य ने पहले भी किए थे ट्वीट
ऐसा कहा जा रहा है कि लालू की बेटी की सोशल मीडिया पर टिप्पणी के बाद से आरजेडी-नीतीश के बीच रिश्तों में और कड़वाहट हुई. दरअसल रोहिणी ने नीतीश कुमार को लेकर कई ट्वीट किए जिन्हें बाद में डिलीट कर दिया. जब नीतीश महागठबंधन से अलग हो गए तो रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, 'कूड़ा गया फिर से कूड़ेदान में, कूडा-मंडली को बदबूदार कूड़ा मुबारक'. इससे पहले रोहिणी ने लिखा कि 'जब तक सांस बाकी है, सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी है.'
वहीं लालू यादव की ईडी पूछताछ को लेकर रोहिणी आचार्य ने कहा कि शेर अकेला है, कमजोर नहीं. उन्होंने कहा, "मेरे पापा को आज कुछ हुआ तो इसका जिम्मेदार गिरगिट के साथ-साथ सीबीआई-ईडी और इनके मालिक होंगे."
रोहिणी ने आगे कहा, "सब को मालूम है पापा की क्या हालत है बिना मदद के चल नहीं सकते फिर भी कितना गिरोगे गीदड़ों. ये गुदड़ी का लाल लालू है शेर अकेला है कमजोर नहीं."
'कूड़ा फिर से कूड़ेदान में गया...', बिहार में नई सरकार बनने के बीच लालू की बेटी रोहिणी का ट्वीट
नीतीश कुमार ने क्या कहा था?
महागठबंधन छोड़ने के बाद नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि महागठबंधन में स्थिति ठीक नहीं थी, इसलिए मैंने यह कदम उठाया. बता दें कि बिहार के महागठबंधन में लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के साथ तीन वाम दल (सीपीआईएम, सीपीआई और सीपीआई माले) शामिल हैं. नीतीश कुमार ने कहा, 'मैं लंबे समय से किसी भी बारे में टिप्पणी नहीं कर रहा हूं क्योंकि महागठबंधन में चीजें सही नहीं थीं. मुझे अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित सभी से राय और सुझाव मिल रहे थे. मैंने उन सभी की बात सुनी और आज इस्तीफा दे दिया'. नीतीश कुमार अब बीजेपी के सहयोग से सीएम पद की शपथ ले चुके हैं.