
बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है, लेकिन तस्कर कानून को ठेंगा दिखाते हुए नए-नए तरीके अपनाकर शराब की तस्करी कर रहे हैं. कभी ट्रक, कार, बाइक और साइकिल का सहारा लेकर शराब की खेप भेजी जाती थी, तो कभी दूध के टैंकर और एंबुलेंस तक का इस्तेमाल किया गया. लेकिन अब तस्करों ने ऐसा तरीका अपनाया है जिसे देखकर पुलिस भी हैरान रह गई.
बेतिया जिले के नौतन थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक घोड़े के जरिए हो रही शराब तस्करी का पर्दाफाश किया है. घोड़े की पीठ पर विदेशी शराब की पेटियां लदी हुई थीं, जिन्हें यूपी से बिहार लाया जा रहा था. पुलिस ने शक के आधार पर घोड़े को रोका और तलाशी ली, तो 4 पेटी विदेशी शराब बरामद हुई. इस दौरान कई अन्य घोड़े नदी पार कर बिहार के भीतर पहुंच चुके थे.
मिली जानकारी के मुताबिक, तस्कर शराब की खेप को सुरक्षित तरीके से बिहार पहुंचाने के लिए घोड़ों का इस्तेमाल कर रहे थे. उत्तर प्रदेश के रास्ते से घोड़ों की पीठ पर शराब लादकर उन्हें बिहार की सीमा में भेजा जा रहा था. घोड़े नदियों और संकरे रास्तों से होकर गुजरते थे, जिससे पुलिस की नजरों से बच सकें.
लेकिन गुप्त सूचना मिलने के बाद नौतन पुलिस ने इलाके में गश्त बढ़ाई और घोड़ों की निगरानी शुरू की. इसी दौरान एक घोड़े को संदिग्ध हालात में पकड़ा गया. जब पुलिस ने उसकी तलाशी ली, तो वह देखकर दंग रह गई. घोड़े की पीठ पर प्लास्टिक के मजबूत बक्सों में शराब की बोतलें भरी हुई थीं, जो रस्सियों से मजबूती से बंधी थीं. जिसे देखकर पुलिस भी माथा पीटने लगी. फिलहाल पुलिस ने शराब समेत घोड़े को जप्त कर लिया है. बिहार में होली से पहले शराब की मांग बढ़ जाती है, और तस्कर इस मौके का फायदा उठाने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाते हैं. बेतिया पुलिस अधीक्षक डॉ. शौर्य सुमन के निर्देश पर जिले भर में शराब तस्करों पर कड़ी नजर रखी जा रही है.
बेतिया पुलिस अधीक्षक डॉ. शौर्य सुमन का कहना है कि शराबबंदी कानून को तोड़ने वाले किसी भी तस्कर को बख्शा नहीं जाएगा. पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है और तस्करी के नए तरीकों पर भी हमारी नजर बनी हुई है. घोड़े के जरिए हो रही तस्करी का मामला सामने आया है, जिसे लेकर गहन जांच की जा रही है.
नौतन थाना पुलिस ने जब्त घोड़े को अपने कब्जे में ले लिया है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह घोड़ा कहां से लाया गया था और इसका मालिक कौन है. पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस तरीके से पहले कितनी बार शराब की तस्करी की गई है. इस घटना के बाद पुलिस बॉर्डर इलाकों में अपनी सतर्कता और बढ़ा रही है. ग्रामीण इलाकों में घोड़ों और मवेशियों के मूवमेंट पर भी नजर रखी जा रही है, ताकि इस तरह की तस्करी को पूरी तरह रोका जा सके.