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Darbhanga: जिस थाने में करते 'पुलिसगिरी' अब वहीं बन गए अपराधी, शराब तस्करी में नप गए ASI

दरभंगा जिले से खाकी को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. आरोप है कि पुलिस अधिकारी (ASI) नीरज कुमार ने अपने सिपाही निशांत रंजन की मदद से शराब के साथ पकड़े गए शराब तस्कर सोनू कुमार के रिश्तेदार से तीन लाख रुपये की मांग की. फिलहाल, दोनों पुलिसकर्मी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

नगर थाना दरभंगा. नगर थाना दरभंगा.
प्रह्लाद कुमार
  • दरभंगा,
  • 25 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 10:29 PM IST

बिहार के दरभंगा जिले से खाकी को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. आरोप है कि पुलिस अधिकारी (ASI) नीरज कुमार ने अपने सिपाही निशांत रंजन की मदद से शराब के साथ पकड़े गए शराब तस्कर सोनू कुमार के रिश्तेदार से तीन लाख रुपये की मांग की. मगर, पूरा सौदा दो लाख में तय हो गया. इसी बीच इसकी खबर दरभंगा जिले के एसएसपी जगुनाथ रेड्डी तक पहुंच गई. 

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इसके बाद दरभंगा के एसएसपी ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और जिस जगह पैसे दिए जाने थे वहां सादे लिबास में कई पुलिसकर्मी और कुछ पुलिस अधिकारी भी तैनात कर दिए. जैसे ही बिचौलिया पैसे लेने वहां पहुंचा, तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद पुलिस और शराब तस्कर के बीच लेन-देन का भी खुलासा हुआ. अब पुलिस ने कांगर थाने में पुलिस के बिचौलिए रमन कुमार, पुलिस अधिकारी नीरज कुमार और सिपाही निशांत रंजन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. 

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जिस थाने में तैनात अब वहीं दर्ज हुई FIR

दिलचस्प बात यह है कि इन दोनों के खिलाफ एफआईआर उसी थाने में दर्ज की गई है जहां ये दोनों पुलिसकर्मी तैनात थे. इसकी पुष्टि खुद दरभंगा एसडीपीओ अमित कुमार ने की है. दरभंगा के सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि 22 अक्टूबर को नगर गश्ती पदाधिकारी को फोन आया था कि कादिराबाद इलाके में सोनू कुमार नाम का एक लड़का शराब के साथ पकड़ा गया है. 

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शराब तस्कर को छोड़ने के लिए मांगे तीन लाख रुपये  

पुलिस उसे तुरंत लेकर आती है, लेकिन थाना क्षेत्र विश्वविद्यालय होने के कारण सोनू को विश्वविद्यालय थाने को सौंप दिया गया. एक दिन बाद सोनू के खिलाफ विश्वविद्यालय थाने में एफआईआर दर्ज की गई. इसके बाद नई बात यह सामने आई कि शराब के साथ पकड़े गए शख्स ने अपने चचेरे भाई वीडियो कुमार को फोन किया था कि नगर थाने के एएसआई नीरज कुमार और एक सिपाही निशांत रंजन ने उसे शराब के साथ पकड़ा है और दोनों उसे छोड़ने के लिए तीन लाख रुपये की मांग कर रहे हैं. 

इसके बाद वीडियो कुमार ने जिले के वरीय पुलिस पदाधिकारी को इसकी जानकारी दी. इसके बाद वरीय पुलिस पदाधिकारी के आदेश पर पुलिस पूरे मामले में तत्परता दिखाने के लिए जाल बिछाई और सादे लिबास में एक पुलिस जवान को वहां लगाया, जहां पैसा दिया जाना था. जैसे ही पुलिस का दलाल बिचौलिया ईमान कुमार पैसा लेने वहां पहुंचता है, तो पुलिस उसे गिरफ्तार कर लिया. बाद में पुलिस पूछताछ में सारे तथ्य सामने आने के बाद गिरफ्तार बिचौलिया रमन कुमार और नगर थाने में तैनात प्रशिक्षु पुलिस पदाधिकारी नीरज कुमार के अलावा सिपाही निशांत कुमार के खिलाफ नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई भी कर रही है.

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