
बिहार में नई सरकार के गठन के बाद 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होना है. इससे पहले 11 फरवरी को जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने विधानमंडल दल की बैठक बुलाई है. इसमें जेडीयू के विधायकों को अनिवार्य रूप से शामिल होने के निर्देश दिए गए हैं. इसी बीच आरजेडी ने अपने विधायकों को बैठक के लिए बुलाकर तेजस्वी यादव के आवास पर रोका है.
3 घंटे तक आरजेडी की बैठक चली. इसके बाद विधायकों को तेजस्वी के पांच देश रत्न मार्ग स्थित आवास पर रोका गया. विधायकों के लगेज को आवास में भेजा जा रहा है. उधर, फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार कांग्रेस के विधायक हैदराबाद पहुंच चुके हैं.
विधायकों के टूटने की आशंका के चलते उन्हें हैदराबाद भेजा गया है. बीते दिनों दिल्ली में प्रदेश के कांग्रेस विधायकों की एक बैठक भी हुई थी. इसमें 19 में से 17 विधायक शामिल हुए थे. इसके बाद बिहार कांग्रेस के 16 विधायक हैदराबाद पहुंचे थे.
जेडीयू ने विधायकों के लिए रखा लंच
वहीं, जेडीयू ने आज अपने विधायकों को मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर लंच के लिए बुलाया हैं. जेडीयू अपने विधायकों पर नजर बनाए रखना चाहती है. दूसरी तरफ लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी के विधायकों की आज 3 बजे तेजस्वी यादव के आवास पर मीटिंग हुई. आरजेडी ने अपने विधायकों को 12 फरवरी के दिन सदन में मौजूद रहने का व्हिप जारी किया है.
दांव-पेच से गरमाया हुआ है सियासी माहौल
बिहार की सियासत में दांव-पेच से माहौल गरमाया हुआ है. हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की कोशिश है कि नई सरकार में महत्वपूर्ण विभाग लिया जाए या एक और मंत्री की मांग को आगे बढ़ाया जाए. चूंकि जीतनराम मांझी के बारे में चर्चा होती रही है कि वो महागठबंधन खेमे के संपर्क में है. ऐसी खबरें बार-बार आईं और मंत्री संतोष सुमन ने इन खबरों को खारिज किया.
नए स्पीकर का चुनाव भी 12 को
नीतीश कुमार ने 28 जनवरी की शाम 8 मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. विजय सिन्हा (डिप्टी सीएम), सम्राट चौधरी (डिप्टी सीएम), विजय कुमार चौधरी, डॉ. प्रेम कुमार, ब्रिजेंद्र प्रसाद यादव, सुमित कुमार सिंह, संतोष कुमार, श्रवण कुमार नीतीश की नई कैबिनेट का हिस्सा हैं. विधानसभा के नए स्पीकर का भी चुनाव होना हैं, जो 12 फरवरी को किया जाएगा.
किस पार्टी के पास कितने विधायक
243 सीटों वाली विधानसभा में राजद के पास 79 विधायक हैं और विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है. वहीं कांग्रेस के पास 19, सीपीआई (एम-एल)+सीपीआई+सीपीआई (एम) के पास 16 विधायक हैं. मसलन विपक्ष के पास कुल संख्या बल 114 विधायकों का है और एक विधायक एआईएमआईएम के पास है.