
राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार में हुए सियासी उलटफेर के बाद बड़ा दावा करते हुए कहा कि बिहार में बना जेडीयू -बीजेपी गठबंधन ज्यादा दिनों तक नहीं टिकेगा. उन्होंने कहा कि बिहार में नया-नवेला गठबंधन 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव तक भी नहीं चलेगा. इसका मतलब बीजेपी-जेडीयू सरकार का कार्यकाल एक साल या उससे भी कम होगा.
प्रशांत किशोर ने कहा कि वर्तमान में जो गठबंधन है, उसमें नीतीश कुमार एनडीए का चेहरा हैं और उन्हें भाजपा का समर्थन प्राप्त है, लेकिन ये गठबंधन (बिहार) विधानसभा चुनाव तक अस्तित्व में नहीं रहेगा. मैं आपको यह लिखित में दे सकता हूं. राजनीतिक रणनीतिकार ने कहा कि ये बदलाव लोकसभा चुनाव के छह महीने के भीतर होगा.
प्रशांत किशोर ने कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि ये जो महागठबंधन बना है, इसमें एक साथ चुनाव नहीं होगा और महागठबंधन टूट गया. मैं फिर घोषणा करता हूं ये गठबंधन भी टिकने वाला नहीं है. सूबे में अगले विधानसभा चुनाव से पहले बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में आपको देखने को मिलेगा.
2022 में जब नीतीश कुमार ने एनडीए गठबंधन छोड़ा था, तो प्रशांत किशोर ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि बिहार में राजनीतिक स्थिरता होगी. प्रशांत किशोर ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा था कि जब किसी की राजनीतिक या प्रशासनिक अपेक्षाएं पूरी नहीं होती हैं, तो सरकार बदल दी जाती है. उन्होंने बताया था कि 2013-14 के बाद से बिहार में सरकार बनाने का यह छठा प्रयास था.
बता दें कि नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह रविवार शाम 5 बजे हुआ. नीतीश के साथ ही सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. साथ ही 6 अन्य कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली.अपना इस्तीफा सौंपने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा था कि महागठबंधन में स्थिति ठीक नहीं थी, इसलिए मैंने यह कदम उठाया. नीतीश कुमार ने कहा, 'मैं लंबे समय से किसी भी बारे में टिप्पणी नहीं कर रहा हूं क्योंकि महागठबंधन में चीजें सही नहीं थीं. मुझे अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित सभी से राय और सुझाव मिल रहे थे. मैंने उन सभी की बात सुनी और आज इस्तीफा दे दिया'.