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पुलिस हिरासत में हथकड़ी के साथ बनाई रील! वायरल हुआ वीडियो तो जांच में जुटी पुलिस

हाल में बिहार के मुजफ्फरपुर का एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है जिसमें पेशी के लिए आने जाने के दौरान एक आरोपी की रील है. वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद पुलिस जांच की बात कह रही है.

पुलिस हिरासत में हथकड़ी के साथ बनाई रील! वायरल हुआ वीडियो तो जांच में जुटी पुलिस पुलिस हिरासत में हथकड़ी के साथ बनाई रील! वायरल हुआ वीडियो तो जांच में जुटी पुलिस
मणि भूषण शर्मा
  • मुजफ्फरपुर ,
  • 26 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 11:39 AM IST

बिहार के मुजफ्फरपुर में एक नया और चौंकाने वाले ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहा है. युवा अब हथियार के साथ नहीं, बल्कि पुलिस हिरासत में हथकड़ी के साथ रील्स बना रहे हैं. 

हाल में ऐसी ही एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें पेशी के लिए आने जाने के दौरान एक आरोपी की रील है. पुलिस इसकी जांच की बात कह रही है . वहीं वरीय अधिवक्ता ने कहा कि यह विधि विरुद्ध है. हालांकि ये वीडियो आरोपी के पीछे चल रहे उसके किसी नजदीकी ने बनाकर वायरल किया है . लेकिन वीडियो आरोपी का नजदीकी बनाए या कोई दूसरा, दोनों ही स्थिति में विधि संगत नहीं हैं. 

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यह ट्रेंड सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी हो रहा है. इस नए ट्रेंड में,युवा पुलिस कस्टडी में हथकड़ी के साथ रिल्स बनाते हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर साझा करते हैं. यह न केवल युवाओं के बीच लोकप्रिय हो रहा है, बल्कि यह एक नए प्रकार के अपराध के रूप में भी उभर रहा है. हालांकि, यह पुलिस के लिए भी चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि यह हथकड़ी के साथ पहचान उजागर करने की प्रवृत्ति को बढ़ावा दे रहा है. लेकिन युवाओं का कहना है कि यह केवल मनोरंजन के लिए है.

पूरे मामले को लेकर हमने इस ट्रेंड के कानूनी पक्ष को जानने के लिए अधिवक्ता सुबोध कुमार झा से बात कि तो उन्होंने बताया कि न्यायालय परिसर फोटोग्राफी प्रोहिबिटेड एरिया में आता है .जिसमें वीडियो बनाना कानूनन अपराध है. यह अपराध और अधिक बढ़ जाता है जब आप पुलिस कस्टडी में वीडियो बना रहे हैं और उस वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड करते हैं, तो आप आईटी एक्ट के तहत एक आपराधिक घटना को अंजाम दे रहे हैं.

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पुलिस को जल्द से जल्द ऐसे आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच करनी चाहिए कि किस मंशा से उसने यह वीडियो बनाया है और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड किया है. उन्होंने कहा युवाओं में यह एक गलत ट्रेंड चल रहा है जिसे सामाजिक स्तर पर ही सुधरा जा सकता है. वहीं पूरे मामले को लेकर सिटी एसपी विश्वजीत दयाल का कहना है कि जो वीडियो वायरल हो रहा है उसकी सत्यता की जांच कराएंगे और जो भी विधिसम्मत कार्रवाई होगी वह की जाएगी.
 

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