
बिहार में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच आरजेडी ने शनिवार दोपहर को अपने विधानमंडल दल की बैठक शुरू हो गई है. यह बैठक डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के सरकारी आवास पर हो रही है. इस बैठक में विधायकों और एमएलसी मौजूद है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में आने वाले सभी नेताओं का मोबाइल फोन बाहर रखवाया गया है.
'RJD दे सकती है सरकार को फ्लोर टेस्ट की चुनौती'
इस बैठक को आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और तेजस्वी संबोधित कर रहे हैं. सूत्रों के हवाले से खबर कानूनी प्रक्रिया के तहत आरजेडी विधायक दल की बैठक राज्यपाल से मुलाकात कर नीतीश कुमार नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापसी पत्र देगीं. इसके बाद नीतीश कुमार सरकार अल्पमत में आ जाएंगी और इसके बाद आरजेडी स्पीकर से मुलाकात कर विधानसभा के फ्लोर पर नीतीश कुमार को बहुमत सिद्ध करनी चुनौती दे सकते हैं.
सूत्रों का ये भी कहना है कि नीतीश कुमार के महागठबंधन छोड़कर बीजेपी के साथ जाने की चर्चाओं के बीच लालू-तेजस्वी भी अपने स्तर पर समीकरणों साधना की कोशिश कर रहे हैं.
क्या कहते हैं आंकड़े
बिहार विधानसभा में अभी बीजेपी के पास विधानसभा की 78 सीटें हैं, जबकि जेडीयू के पास 45 विधायक हैं. वहीं एनडीए की सहयोगी पार्टी हम के पास 4 विधायक हैं. अगर इन सबको जोड़ दें तो ये आकंडा 127 हो जाता है. जो कि 122 के जादुई आंकड़े के ज्यादा है. अगर आरजेडी-जेडीयू के कुछ विधायकों को तोड़ती है तो ऐसे में कांग्रेस के 10 बागी विधायक नीतीश और बीजेपी की सरकार बनवाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं.
वहीं, आरजेडी के पास कांग्रेस और वाम दलों का समर्थन पहले से ही है और ऐसे में वह सरकार बनाना चाहती है तो उसको 8 विधायकों जरूरत होगी. इसके लिए जीतन राम मांझी की पार्टी और ओवैसी और अन्य छोटे दलों से बात की जा रही है. हालांकि, HAM ने लालू के इस ऑफर को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि हम जहां थे वहीं रहेंगे.