
बिहार के आरा में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के सीनेट की बैठक में शामिल हुए राज्यपाल के सामने छात्र संगठनों ने प्रदर्शन की. इस पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया, जिसमें कई छात्र गंभीर रूप से जख्मी हो गए. हालांकि, इस आंदोलन में कौन-कौन छात्र संगठन शामिल है यह स्पष्ट नहीं है. भोजपुर एसपी का कहना है कि छात्रों पर पुलिस के द्वारा लाठी चार्ज नहीं किया गया है.
दरअसल, शनिवार को वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में सीनेट की बैठक आयोजित हुई है. इसमें बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अवर्लेकर शामिल होने आए थे. उनके सामने एबीवीपी और अन्य छात्र संगठनों के द्वारा राज्यपाल का घेराव करते हुए विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था.
इस दौरान माहौल काफी गर्म हो गया और पुलिस ने लाठीचार्ज कर दी. इस दौरान पूरे यूनिवर्सिटी कैंपस में भगदड़ का माहौल बन गया. छात्राएं भागते-पीटते दिखाई दिए.
राज्यपाल के सामने अपनी मांगों को आए थे रखने
छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं कहना है कि हम लोग छात्र हित में 21 सूत्री मांगों को रखे थे, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा लगातार अनदेखा किया जा रहा था. इसके बाद आज हम लोग राज्यपाल के सामने अपनी मांगों को रखने आए थे. मगर, पुलिस के द्वारा हम लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया गया. इतना ही नहीं पुरुष पुलिस के द्वारा छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार किया गया.
छात्र संगठन विश्वविद्यालय कैंपस में ही बैठे हैं धरने पर
छात्राओं पर पुरुष पुलिस लाठी से हमला किया. बताया जा रहा है कि लाठीचार्ज के बाद छात्र संगठन विश्वविद्यालय कैंपस में ही धरने पर बैठे हैं और अभी भी राज्यपाल से मिलने का प्रयास कर रहे हैं. गंभीर रूप से जो जख्मी हुए है उनमें एबीवीपी जैन कॉलेज अध्यक्ष शौर्य पाठक है. इनका गंभीर रूप से सिर फटा है. दूसरे जख्मी एबीवीपी राजवर्धन चौबे है.
मामले में भोजपुर एसपी ने कही ये बात
भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने लाठी चार्ज के बात को इनकार करते हुए बताया कि छात्रों पर पुलिस के द्वारा लाठी चार्ज नहीं किया गया है, बल्कि उनको हटाया जा रहा था. हटाने के क्रम में हल्की-फुल्की छात्रों को खरोच आई है. हम लोग राज्यपाल के आगे से इनको हटा रहे थे, जिसमें खरोच आई है. लाठीचार्ज जैसा कोई मामला नहीं है.