
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर शराबबंदी के बाजवूद राज्य में शराब पीने का आरोप बीजेपी ने लगाया है. बीजेपी ने तेजस्वी को घेरते हुए मामले की जांच कराने की सरकार से सिफारिश की है. इन आरोपों को आरजेडी ने खारिज करते हुए लीगल एक्शन लेने की बात कही है. राज्यसभा सांसद और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने अपने तेजस्वी यादव को लेकर किए ट्वीट से एक नया विवाद खड़ा कर दिया है.
सुशील मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में आरजेडी से निष्कासित किए गए एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी के हवाले से दावा किया कि तेजस्वी यादव जब तक सत्ता में रहे, उन्होंने बिहार में शराब पी. बीजेपी नेता ने कहा कि बिहार में जब पूर्ण शराबबंदी का कानून लागू है, तब पिछली सरकार के समय उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव पर शराब पीने का आरोप एक गंभीर मामला है. राज्य सरकार को इसकी विस्तृत जांच करानी चाहिए.
सुशली मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव के पद पर रहते उनकी ही पार्टी के विधान परिषद सदस्य रामबली सिंह ने यदि आरोप लगाए हैं, तो उनके पास कुछ प्रमाण भी होंगे. किसी की विधान परिषद सदस्यता समाप्त या बहाल करना सभापति का विशेषाधिकार है, लेकिन शराबबंदी कानून तोड़ने के आरोप की जांच तो सरकार करा ही सकती है.
बीजेपी राज्यसभा सांसद ने कहा कि शराब पीने, रखने या उसका व्यापार करने पर पूर्ण प्रतिबंध का कानून 2016 से लागू है. कानून तोड़ने पर जब सामान्य नागरिक को दंडित किया जाता है, तब तेजस्वी यादव के दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध भी कार्रवाई हो सकती है. सरकार में शामिल होने के नाते तेजस्वी यादव पर शराबबंदी कानून लागू कराने की जिम्मेदारी थी, जबकि उन पर ही कानून तोड़ने के आरोप लगना कोई सामान्य बात नहीं है.
आरजेडी बोली- लीगल एक्शन लेंगे
आरजेडी ने इन आरोपों को लेकर सुशील मोदी के खिलाफ लीगल एक्शन लेने की चेतावनी दी है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि सुशील मोदी को अपने आरोपों को साबित करने के लिए सबूत देने होंगे और ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया जाएगा.