
बिहार में महागठबंधन से अलग होने के बाद आज नीतीश सरकार को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना है जिसको लेकर रविवार की रात से ही पटना में काफी राजनीतिक हलचल हो रही है. एक तरफ जेडीयू और बीजेपी अपने विधायकों को टूट से बचाने की कोशिश में लगी हुई है तो दूसरी तरफ तेजस्वी यादव ने अपने ही आवास में आरजेडी के सभी विधायकों को दो दिन के लिए रोक लिया था जिसमें आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद भी शामिल थे.
जिस चेतन आनंद को लेकर पटना में रविवार की रात को बवाल होता रहा वो घर पहुंचते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पहुंच गए. इसे आरजेडी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
आनंद मोहन के लिए नीतीश ने बदला था कानून
दरअसल आनंद मोहन के बेटे और विधायक चेतन आनंद को लेकर रविवार की रात को पटना में खूब राजनीतिक बवाल हुआ और दो बार पुलिस भारी फोर्स के साथ तेजस्वी यादव के घर पहुंच गई. बता दें कि चेतन आनंद के पिता और बाहुबली नेता आनंद मोहन को जेल से बाहर निकालने के लिए नीतीश कुमार ने कुछ महीने पहले ही कानून में बदलाव किया था.
नीतीश के इस फैसले के बाद ही गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी.कृष्णैया की हत्या के मामले में जेल की सजा काट रहे आनंद मोहन लंबे अरसे के बाद काल कोठरी से बाहर आए थे. कानून में बदलाव करने की वजह से उस वक्त नीतीश कुमार की काफी आलोचना भी हुई थी. इसके बाद आनंद मोहन की नीतीश कुमार के साथ घनिष्ठता बढ़ गई थी. आनंद मोहन जहां जेडीयू के करीब हो गए थे वहीं उनका बेटा चेतन आनंद आरजेडी से विधायक है. इसी चेतन आनंद को लेकर रविवार की रात में पटना खूब हंगामा हुआ.
चेतन आनंद को लेने तेजस्वी के आवास पर पहुंची थी पुलिस
दरअसल आरजेडी विधायक चेतन आनंद को लेकर पटना पुलिस को शिकायत की गई थी की उन्हें किडनैप करके तेजस्वी के आवास पर रखा गया है. इसके बाद पुलिस इसकी जांच करने तेजस्वी यादव के आवास पर पहुंच गई.
हालांकि पुलिस को वहां आरजेडी कार्यकर्ताओं के विरोध का भी सामने करना पड़ा और काफी हंगामा भी हुआ. इसके बाद चेतन आनंद ने पुलिस से कहा कि वो अपनी मर्जी से यहां हैं. इसके बाद पुलिस वापस लौट गई थी. इसके बाद आधी रात बीतते-बीतते एक बार फिर पुलिस तेजस्वी आवास पर पहुंच गई.
पुलिस जब देर रात दोबारा तेजस्वी यादव के आवास पर पहुंची तो आरजेडी विधायक चेतन आनंद वहां से निकल गए और अपने घर पहुंच गए. पुलिस चेतन आनंद के मामले को लेकर ही बार बार तेजस्वी के आवास जा रही थी.
विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से पहले राज्य की चारों प्रमुख पार्टियों जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू), भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस अपने विधायकों को संभावित टूट से बचाने की हर कोशिश में लगी हुई है. यही वजह है कि इस समय बिहार में हर पार्टी के लिए उनके एक-एक विधायक बेहद महत्वपूर्ण हो गए हैं.
बीजेपी ने तेजस्वी पर बोला हमला
वहीं तेजस्वी यादव के आवास पर पुलिस के बार-बार जाने को लेकर बीजेपी नेता और प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि अगर आप (तेजस्वी यादव) विधायकों का अपहरण करेंगे और कोई विधायक का रिश्तेदार शिकायत दर्ज कराएगा, तो पुलिस जरूर आएगी. अगर आप (तेजस्वी यादव) किसी भी विधायक को अपने घर में बांध कर रखेंगे. पुलिस निश्चित रूप से कार्रवाई करेगी. इसलिए वे (पुलिस) अपना काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, राजद और कांग्रेस केवल भ्रम फैला रहे हैं. जदयू और भाजपा मिलकर विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे. कोई भी (विधायक) बाहर नहीं है "पहुंच का संबंध सभी से है. केवल भ्रम फैलाया जा रहा है. एनडीए के सभी विधायक एक साथ हैं. राजद और कांग्रेस में गायब लोगों को सोचना चाहिए."