बिहार में पावर सब्सिडी की रकम राज्य के कुल पूंजीगत खर्च के आधा से भी ज्यादा है. पिछड़ापन है इसलिए सब्सिडी देना ज़रूरी है या सब्सिडी इतनी ज्यादा है कि विकास के लिए पैसे नहीं है. देखिए क्या कहते हैं आंकड़े.