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मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला आम बजट सामने आ गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को लोकसभा में बजट को पेश किया. इस बजट में गरीबों के लिए कई योजनाओं का ऐलान किया गया है, साथ ही अमीरों पर टैक्स बढ़ाया गया है. हालांकि, सरकार की ओर से मिडिल क्लास के लिए टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया है. इस बीच इस पर प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं. कांग्रेस ने मोदी सरकार के इस बजट को कोसा है, तो वहीं सरकार की ओर से बजट की तारीफ की जा रही है.
पढ़ें किस नेता ने बजट पर क्या प्रतिक्रिया दी...
अखिलेश यादव, पूर्व सीएम, UP: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बजट 2019 को दिशाहीन करार दिया है. अखिलेश यादव ने कहा है कि इस बजट में युवा, महिला और किसान के लिए कुछ नहीं है. अखिलेश यादव ने कहा कि ये बजट दिशाहीन और लक्ष्यहीन है. अखिलेश यादव ने कहा, "इस बजट ने आम लोगों की उम्मीदों पर कुठाराघात किया है, मिडिल क्लास को इस बजट में एक हाथ से दिया गया है, जबकि दूसरे हाथ से ले लिया गया है. अखिलेश ने कहा कि बजट में गरीबों को गरीबी के दुश्चक्र से निकालने की कोई कोशिश नहीं दिखाई देती है. अखिलेश ने कहा कि ये बजट लोगों को भ्रमित करने वाला है. अखिलेश यादव ने कहा कि रेलवे, एयरपोर्ट और मीडिया में विदेशी निवेश को बढ़ाकर बीजेपी सरकार राष्ट्रीय संसाधनों को बड़े औद्योगिक घरानों और मल्टी नेशनल कंपनियों को सौंपने वाली है.
त्रिवेंद्र सिंह रावत, सीएम, उत्तराखंड: बजट मजबूत भारत और इसके मजबूत नागरिकों को ध्यान में रखकर बनाया गया है. बजट आम लोगों के लिए है. भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का हमारा संकल्प भी इस बजट में दिखाई दे रहा है.
पी चिदंबरम, पूर्व वित्त मंत्री: सरकार बजट में क्या कहना चाहती है, यह स्पष्ट नहीं है. निर्मला सीतारमण का बजट भाषण अस्पष्ट है. इस भाषण को सुनकर आप यह नहीं जान सकते कि सरकार क्या करना चाहती है.
मायावती, बसपा अध्यक्ष: बजट बड़े पूंजीपतियों को राहत पहुंचाने वाला है. मायावती ने कहा कि यह बजट प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा देकर कुछ बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों की ही हर प्रकार से मदद करने वाला है. इससे दलितों व पिछड़ों के आरक्षण को ही नुकसान नहीं होगा, बल्कि महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, किसान व ग्रामीण समस्या और भी जटिल होगी.
कमलनाथ, मध्य प्रदेश के सीएम: आज पेश हुआ मोदी सरकार का आम बजट पूरी तरह से निराशाजनक है. आमजन इस बजट से ख़ुद को ठगा महसूस कर रहा है. सीएम कमलनाथ ने पेट्रोल-डीजल पर लगाए गए सेस को भी गलत बताया है. कमलनाथ ने ट्वीट किया कि आमजन के लिये इस बजट में कुछ नहीं है. महंगाई बढ़ाने वाला बजट है. पेट्रोल- डीज़ल की कीमतो में राहत प्रदान करने की बजाय इसे ओर महंगा कर दिया गया.
धर्मेंद प्रधान, केंद्रीय मंत्री: बजट बहुत प्रगतिशील है. यह अगले 10 वर्षों के लिए रोड-मैप का पहला दस्तावेज़ है. आने वाले दिनों में देश में रोजगार बढ़ेगा. इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश बढ़ा है.
डेरेक ओ ब्रायन, टीएमसी नेता: ये 'ड्रीम' बजट है. सरकार अब भी केवल सपने बेच रही है और भला नहीं कर रही है. सपने से दूर है बजट. यह आम लोगों के लिए एक बुरा सपना है.
अमिताभ कांत, नीति आयोग के सीईओ: यह बहुत व्यापक बजट है. हम विशेष रूप से प्रसन्न हैं क्योंकि वित्त मंत्री ने नीति आयोग की भूमिका को स्वीकार किया है.
पीयूष गोयल, रेल मंत्री: बजट ने स्टार्टअप, जॉब क्रिएशन, मेक इन इंडिया को बहुत बड़ा बल दिया है. व्यापारियों को पेंशन दी है. यह 130 करोड़ भारतीयों का बजट है.
अशोक गहलोत, राजस्थान के सीएम: बीजेपी की घोषणाओं में कुछ नया नहीं है. पीएम के विजन की बात ठीक है, लेकिन उस विजन को हासिल करने के लिए एक रोडमैप होना चाहिए. बजट में ये चीज नहीं है. कार्य योजना पर स्पष्टता नहीं है. बजट खोखला लगता है.
अमित शाह , केंद्रीय गृह मंत्री: किसान, युवाओं, महिलाओं और गरीबों के सपने को पूरा करने वाले बजट है. उन्होंने कहा कि बजट 2019-20 भविष्य को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है. ये उन क्षेत्रों के लिए रोडमैप प्रदान करता है जो देश के विकास को बढ़ावा देंगे.
प्रकाश जावड़ेकर, सूचना और प्रसारण मंत्री: इस बजट में एक समृद्ध और सशक्त भारत की पीएम मोदी की जो कल्पना है वह दिखती है. युवाओं और महिलाओं की आकांक्षाओं की पूर्ति करने वाला बजट है. बजट में राज्य सरकारों को 50% के मुकाबले 18% की वृद्धि के साथ पैसा अलॉट किया जा रहा है. जो अपने आप में एक बहुत बड़ी बात है. पूर्ण रूप से यह बजट एक प्रोग्रेसिव बजट है.
अधीर रंजन चौधरी, कांग्रेस: इस बजट में कुछ भी नया नहीं है. पुराने वादों को ही दोहराया गया है. वो लोग न्यू इंडिया की बात कर रहे हैं, लेकिन बजट नई बोतल पुरानी शराब की तरह ही है. रोजगार के लिए किसी तरह का प्लान सामने नहीं रखा गया है.
राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री: ये बजट न्यू इंडिया को बल देता है, साथ ही आने वाले साल में बड़े बदलाव की नींव रखता है. ये बजट ना सिर्फ किसान बल्कि महिलाओं, युवाओं, गरीबों के लिए है.
सिद्धारमैया, कांग्रेस नेता: ये बजट कुछ भी नहीं है, सिर्फ एक छोटा सा हिस्सा है. सबकुछ सूरज के पास है, कुछ भी इसमें पाया नहीं जा सकता है.
बजट की पूरी कवरेज यहां पढ़ें...
शिवराज सिंह चौहान, पूर्व सीएम मध्य प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट को बही खाता बना दिया है. ये बजट देश के लिए है, साथ ही आम आदमी के लिए है. इस बजट में हर सेक्शन के लिए कुछ ना कुछ है.
अमित शाह, गृह मंत्री: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने न्यू इंडिया का बजट पेश किया है. ये ऐसा बजट है जो 130 करोड़ लोगों को आगे बढ़ाएगा. इसमें किसान, युवा, महिला, गरीब हर किसी के लिए कुछ ना कुछ हो, जो उनके सपनों को पूरा करेगा.
नितिन गडकरी, परिवहन मंत्री: पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ने पर उन्होंने कहा कि इसका इस्तेमाल इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में किया जाएगा. इससे सड़कों की स्थिति को सुधारा जाएगा, जिससे ट्रैवल का टाइम कम होगा और लोगों का पैसा बचेगा.
PM मोदी ने भी सराहा
आम बजट पेश होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये देश को समृद्ध और जन-जन को समर्थ बनाने वाला बजट है. इस बजट से गरीब को बल मिलेगा और युवा को बेहतर कल मिलेगा. इस बजट के माध्यम से मध्यम वर्ग को प्रगति मिलेगी. विकास की रफ्तार को गति मिलेगी. इस बजट से टैक्स व्यवस्था में सरलीकरण होगा, इन्फ्रास्ट्रक्चर का आधुनिकीकरण होगा.