
देश का आम बजट (Budget 2024) पेश होने में कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं. 1 फरवरी 2024 को संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इसे पेश करेंगी. सुबह 11 बजे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम बजट पेश किया जाएगा. अंतरिम बजट को 'वोट ऑन अकाउंट' भी कहा जाता है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने पहले ही साफ कर दिया है कि बजट में कोई बहुत बड़े ऐलान नहीं होंगे. इसके पेश होने से पहले हम आपको भारतीय बजट से जुड़ी कुछ परंपराओं के बारे में बता रहे हैं, इस क्रम में आज बात करते हैं हलवा सेरेमनी (Halwa Ceremony) की, जो बजट पेश करने से पहले की जाती है.
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार (PM Narendra Modi Govt) के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट 1 फरवरी को पेश होना वाला है और इसलिए लोगों को इससे उम्मीदें भी ज्यादा हैं. हर साल संसद में बजट पेश होने से पहले वित्त मंत्री और इस काम से जुड़े अन्य अधिकारी-कर्मचारी के साथ हलवा सेरेमनी सेलिब्रेट करते हैं.
आजादी के बाद से ही जारी है परंपरा
Halwa Ceremony की ये परंपरा आजादी के बाद से ही चली आ रही है. हलवा सेरेमनी का आयोजन हमेशा बजट पेश करने की तैयारी पूरी होने के बाद किया जाता है. इसमें वित्त मंत्री के साथ ही वित्त मंत्रालय के तमाम बड़े अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहते हैं.
बेहद ही कॉन्फिडेंशियल बजट डॉक्यूमेंट की कोई भी जानकारी लीक ना हो सके, इसके मद्देनजर हलवा सेरेमनी के बाद इससे जुड़े कर्मचारी और अधिकारी वित्त मंत्रालय परिसर में ही उस समय तक रहते हैं, जब तक कि वित्त मंत्री द्वारा संसद में बजट पेश ना कर दिया जाए. बजट से पहले इस हलवा सेरेमनी को ऐसे ही नहीं मनाया जाता है, बल्कि इससे जुड़ी एक मान्यता भी है.
हलवा सेरेमनी क्यों की जाती है?
Budget से जुड़े तमाम काम पूरे होने के बाद वित्त मंत्रालय के 10 नार्थ ब्लॉक स्थित परिसर में ही हलवा तैयार किया जाता है. इसके बाद वित्त मंत्री द्वारा खुद सभी कर्मचारियों, छपाई कार्य से जुड़े कर्मियों और वित्त अधिकारियों को ये हलवा बांटा जाता है. हलवा सेरेमनी के पीछे मान्यता रही है कि हर शुभ काम करने से पहले कुछ मीठा खाना चाहिए, इसलिए बजट जैसे बड़े इवेंट से पहले इस सेरेमनी का आयोजन किया जाता है.