
देश का आम बजट 2024 (Budget 2024) पेश होने में अब एक महीने से भी कम का समय बाकी रह गया है और वित्त मंत्रालय इस काम में जुट गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) पहले ही संकेत दे चुकी हैं कि इस बार किसी बड़े ऐलान की संभावना कम ही है और इस बार का बजट वोट ऑन अकाउंट होगा. बहरहाल, सरकार के पिटारे से क्या-क्या निकलेगा ये तो 1 फरवरी 2024 को पता चलेगा. लेकिन उससे पहले हम यहां आपको Budget से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बता रहे हैं, जिन्हें शायद आप नहीं जानते होंगे.
कहां से आया Budget शब्द?
बजट को लेकर चर्चा तो खूब होती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये 'Budget' शब्द आखिर आया कहां से, तो बता दें कि ये खास शब्द फ्रेंच भाषा के लातिन शब्द 'बुल्गा' से उत्पन्न हुआ है, जिसका अर्थ होता है चमड़े का थैला. बुल्गा से फ्रांसीसी शब्द बोऊगेट की उत्पति हुई. इसके बाद अंग्रजी शब्द बोगेट अस्तित्व में आया और इसी बोगेट शब्द से बजट शब्द की उत्पत्ति हुई. इसलिए पहले बजट चमड़े के बैग में लेकर आया जाता था.
अंग्रेजों ने पेश किया था पहला बजट
बजट शब्द की उत्पत्ति के बाद बात करते हैं देश में पेश होने वाले आम बजट की, तो इससे पहले जान लें कि ये Budget दरअसल, सरकार की ओर से जनता के सामने पेश किया जाने वाला सालभर के लिए देश की आय और खर्च का लेखा-जोखा होता है. इसकी शुरुआत सबसे पहले ब्रिटेन में की गई थी और भारत में पहली बार बजट ब्रिटिश काल में ही पेश किया गया था. देश में 7 अप्रैल 1860 को पहली बार बजट पेश किया गया था, जिसे ब्रिटिश सरकार में वित्त मंत्री जेम्स विल्सन ने पढ़ा था.
आजाद भारत का पहला आम बजट
देश में पहला बजट अंग्रेजों के शासनकाल में 1860 में पेश किया गया था, तो वहीं आजाद भारत का पहला बजट 1947 में पेश हुआ था. अंग्रेजों के देश छोड़ने के बाद स्वतंत्र भारत में देश के पहले वित्त मंत्री आर के षण्मुखम चेट्टी ने 26 नवंबर 1947 को Budget पेश किया था. 1892 में जन्मे षण्मुखम चेट्टी एक वकील, राजनेता, और जाने-माने अर्थशास्त्री भी थे.
जब वित्त मंत्री की जगह प्रधानमंत्रियों पढ़ा बजट
आजादी के बाद देश का आम बजट हमेशा ही सरकार में वित्त मंत्री द्वारा पेश किया जाता रहा. लेकिन इस बीच तीन बार ऐसे मौके भी आए, जब वित्त मंत्री की जगह देश के प्रधानमंत्रियों ने संसद में Budget भाषण पढ़कर इसे पेश किया. भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू भारत का बजट पेश करने वाले शीर्ष पद पर बैठने वाले पहले व्यक्ति थे. उन्होंने 13 फरवरी 1958 को वित्त विभाग संभाला और बजट पेश किया. इसके अलावा इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने भी प्रधानमंत्री रहते हुए बजट पेश किया था.
देश का ऐसा वित्त मंत्री जिसने पेश नहीं किया बजट
भारत के बजट इतिहास में एक ओर जहां वित्त मंत्री की जगह प्रधानमंत्रियों ने आम बजट पेश किया, तो वहीं दूसरी ओर एक वित्त मंत्री (Finance Minister) ऐसे भी थे, जो अपने कार्यकाल में कोई बजट ही पेश नहीं कर पाए. जी हां हम बात कर रहे हैं केसी नियोगी की, जो भारत के अकेले ऐसे वित्त मंत्री रहे, जिन्होंने इस पद पर रहते हुए भी एक भी बजट पेश नहीं किया. दरअसल, वे महज 35 दिनों तक 1948 में वित्त मंत्री रहे थे. भारतीय गणतंत्र की स्थापना के बाद पहला बजट 28 फरवरी 1950 को जान मथाई ने पेश किया था.