
संसदीय मामलों की मंत्रिमंडल समिति यानि सीसीपीए ने राष्ट्रपति से बजट सत्र 31 जनवरी से कराने की सिफारिश की है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई समिति की बैठक में 31 जनवरी को आर्थिक सर्वेक्षण और 1 फरवरी को आम बजट पेश करने की सिफारिश की गई है.
अलग होगा इस बार बजट सत्र
इस बार पहले ही हफ्ते में वित्त मंत्री अरुण जेटली एक फरवरी को सदन में बजट पेश करेंगे. इससे पहले बजट को आखिरी हफ्ते में पेश करने की परंपरा चली आ रही थी जिसे बदला गया है. इस बार के बजट सत्र कापहला भाग आठ दिन का होगा. बजट सत्र 31 जनवरी से 8 फरवरी तक होगा जिसने पहला दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण से शुरू होगा और उसी दिन सरकार का आर्थिक सर्वेक्षण पेश होगा. सरकार जीएसटी पर स्थिति साफ करेगी और जीएसटी परिषद में हुए फैसलों पर सदन को भरोसे में लिया जाएगा.
नहीं होगा अलग रेल बजट
रेल बजट इस बार से आम बजट का ही हिस्सा होगा. वित्त मंत्री अरुण जेटली ही रेलवे के लिए घोषणाएं करेंगे. हर बार आम बजट और रेल बजट अलग से पेश किया जाता है.
चुनावी रहेगा बजट सत्र
इस साल यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, गुजरात और गोवा में चुनाव होने हैं. ऐसे में इस साल का केंद्रीय बजट सुर्खियों में रहने की उम्मीद है. विपक्षी दल कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी केंद्र सरकार के बजट को विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने वाला मान रही है. सरकार को भी अंदाजा है कि प्रचार के लिए ज़्यादातर सांसद और नेता दिल्ली से बाहर रहेंगे इसीलिए सत्र का पहला भाग बेहद औपचारिक और छोटा रखा गया है.