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Budget 2024: ऐसा बजट जिसने देश को आर्थिक संकट से निकाल कर दी थी विकास को रफ्तार, मनमोहन थे सूत्रधार!

साल 1991 में पीवी नरसिम्‍हा राव (PV Narasimha Rao) की सरकार थी और उस समय वित्त मंत्री डॉ मनमोहन सिंह (FM Dr. Manmohan Singh) थे. इस साल ऐतिहासिक बजट पेश किया गया था.

डॉ. मनमोहन सिंह (File Photo) डॉ. मनमोहन सिंह (File Photo)
aajtak.in
  • नई दिल्‍ली ,
  • 01 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 10:44 AM IST

1 फरवरी यानी आज को निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) देश का अंतरिम बजट  2024 (Interim Budget) पेश करने वाली हैं. चुनाव के मद्देनजर इस बजट से कई सेक्‍टर्स को बड़ी उम्‍मीदें हैं. हालांकि ये बजट कितना खास होगा, इस बात से जल्‍द ही पर्दा उठ जाएगा. वहीं बजट से जुड़े कुछ दिलचस्‍प तथ्‍य रहे हैं, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. ऐसा ही एक बजट 1991 (Budget 1991) में पेश किया गया था. इस बजट को 'युगांतकारी बजट' कहा जाता है. इस बजट से देश की आर्थिक विकास की रफ्तार तेज हो गई. 

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साल 1991 में पीवी नरसिम्‍हा राव (PV Narasimha Rao) की सरकार थी और  उस समय वित्त मंत्री डॉ मनमोहन सिंह (FM Dr. Manmohan Singh) थे. इस साल ऐतिहासिक बजट पेश किया गया था. मनमोहन सिंह ने देश के लाइसेंसी राज को खत्‍म करते हुए आर्थिक उदारीकरण के युग की शुरुआत की थी. यह बजट ऐसे समय में पेश किया गया, जब देश आर्थिक पतन की ओर जा रहा था. इस बजट में निर्यात को लेकर कई बड़े कदम उठाए गए थे. सीमा शुल्‍क को 220 फीसदी से घटाकर 150 फीसदी कर दिया गया. साथ ही विदेशी निवेशकों के लिए दरवाजे खोल दिए गए थे. 

क्‍यों कहा जाता है इसे युगांतकारी बजट 
इस बजट में विदेशी कंपनियों के आगमन की भी अनुमति दी गई थी और कई नियमों में बदलाव किया गया था. साथ ही बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए भी कई अहम कदम उठाए गए थे. इस कदम से देश से निर्यात करने वाले उत्‍पादों की संख्‍या में इजाफा हुआ. इससे सरकारी कोष भी भरने लगा और धीरे-धीरे करके देश विकास की ओर बढ़ने लगा. तत्‍कालीन वित्त मंत्री डॉ मनमोहन सिंह (FM Dr. Manmohan Singh) के इस बजट को 'युगांतकारी बजट' के नाम से जाना जाता है. 

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लगातार छठी बार बजट पेश करेंगी निर्मला सीतारमण 
निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) इस बजट के साथ ही लगातार छठी बार बजट पेश करेंगी. इसमें पांच पूर्ण बजट और एक अंतरिम बजट शामिल है. इसके साथ ही वह मोरारजी देसाई के नाम दर्ज रिकॉर्ड पांच पूर्ण बजट और एक अंतरिम बजट की बराबरी कर लेंगी. वहीं इनके नाम एक और रिकॉर्ड यह है कि वह पहली ऐसी महिला वित्त मंत्री हैं, जिन्‍होंने पांच पूर्ण बजट पेश किया है. इनके नाम 2020 में सबसे लंबा बजट भाषण 2 घंटे 42 मिनट पढ़ने का रिकॉर्ड दर्ज है. 

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