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भाजपा NDA गठबंधन की मदद से एक बार फिर केंद्र में सरकार बना चुकी है. प्रधानमंत्री लगातार तीसरी बार PM बने हैं. मोदी 3.0 कैबिनेट में पीएम मोदी (PM Modi) ने राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), अमित शाह, नितिन गडकरी (Nitin Gadkari), निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) और एस. जयशंकर जैसे कई दिग्गजों को पुराना ही मंत्रालय दिया है. हालांकि कुछ नए चेहरों जैसे शिवराज सिंह चौहान और मनोहर लाल खट्टर को भी शामिल किया गया है.
फरवरी 2024 में निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 47.67 लाख करोड़ रुपये का अंतरिम Budget पेश किया था. अब जब नई कैबिनेट ने कार्यभार संभाल लिया है, तो जुलाई में फिर से बजट पेश होगा. माना जा रहा है कि इस बार का बजट बहुत खास होने वाला है, क्योंकि भाजपा के पुराने कार्यकाल की कई नीतियां अभी पूरी नहीं हुई हैं. अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए इंफ्रा, डिफेंस और अन्य सेक्टर्स के लिए कुछ बड़े ऐलान हो सकते हैं. आइए जानते हैं अभी किस किस मंत्री के पास पुराने बजट का बड़ा हिस्सा बांटा गया है.
निर्मला सीतारमण
सीतारमण फिर से वित्त मंत्रालय संभालेंगी. अंतरिम बजट में वित्त मंत्रालय को 18.5 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, जो कुल बजट का सबसे अधिक 39% हिस्सा था. उनके पास कॉरपोरेट मामलों का मंत्रालय भी है, जिसका वित्त वर्ष 2025 के लिए बजट 667 करोड़ रुपये है.
राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह दूसरी बार रक्षा मंत्री बन चुके हैं और रक्षा मंत्रालय का कुल बजट 6.2 लाख करोड़ रुपये है और वित्त वर्ष 2025 के कुल बजट में इसका हिस्सा दूसरा सबसे बड़ा (13%) है.
शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री केंद्रीय मंत्रिमंडल में नए सदस्य हैं, वे एग्रीकल्चर और किसान कल्याण मंत्रालय और ग्रामीण विकास मंत्रालय संभाल रहे हैं. कृषि मंत्रालय को 1.3 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जबकि ग्रामीण विकास के लिए 1.8 लाख करोड़ रुपए का बजट है. चौहान के पास कुल बजट का 6.5% हिस्सा है.
अश्विनी वैष्णव
रेल मंत्री सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय का भी प्रभार संभालते हैं. रेलवे का बजट 2.55 लाख करोड़ रुपये है, जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय का बजट 21,000 करोड़ रुपये से अधिक है और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का बजट 4,000 करोड़ रुपये है. वैष्णव कुल बजट का 5.9% हिस्सा संभालते हैं.
नितिन गडकरी
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री के रूप में नितिन गडकरी एक बार फिर मंत्री बने हैं. वह मंत्रालय के लिए आवंटित 2.78 लाख करोड़ रुपये का प्रबंधन करेंगे, जिसका देश के बजट में 5.8% हिस्सा है जो पांचवां सबसे बड़ा हिस्सा है.
जेपी नड्डा
भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के साथ केंद्र सरकार में मंत्री बनाए गए हैं. इस मंत्रालय का बजट 1.68 लाख करोड़ रुपये है और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का बजट 90,000 करोड़ रुपये है. वे कुल 2.59 लाख करोड़ रुपये या राष्ट्रीय बजट का 5.4% हिस्सा संभालते हैं.
प्रहलाद जोशी
कर्नाटक से भाजपा नेता को उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय का नया विभाग मिला है, जिसका बजट 2.13 लाख करोड़ रुपये है और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय का बजट 12,850 करोड़ रुपये है. वे कुल मिलाकर 2.26 लाख करोड़ रुपये या कुल बजट का 4.7% मैंनेज करते हैं.
अमित शाह
इन्हें 1.4 लाख करोड़ रुपये के बजट वाले गृह मंत्रालय और 1,200 करोड़ रुपये के बजट वाले सहकारिता मंत्रालय का कार्यभार अपने पास रखा है. शाह भारत के बजट का 2.9% हिस्सा संभालते हैं.