वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को संसद में आम बजट 2016-17 पेश कर दिया है. इस बजट में आम आदमी के लिए क्या है? जानिए-
- ग्रामीण और शहरी निकायों के लिए 2.87 लाख करोड़ रुपये.
- पशु कल्याण कार्यक्रम, पशु स्वास्थ्य कार्ड, ब्रीडरों को आपस में जोड़ने के लिए ई-विपणन प्लेटफार्म.
- एक मई 2018 तक 100 फीसदी ग्रामीण विद्युतीकरण का लक्ष्य हासिल होगा.
- मध्य और निम्न मध्य वर्ग के 75 लाख परिवारों ने स्वेच्छा से एलपीजी सब्सिडी का त्याग किया.
- पीएमजीएसवाई के लिए 19 हजार करोड़ रुपये आवंटित.
- 2015-16 में कृषि ऋण लक्ष्य 8.5 लाख करोड़ रुपये. 2016-17 के लिए नौ लाख करोड़ रुपये.
- 2016-17 में कृषि के लिए 35,984 करोड़ रुपये आवंटित.
- अगले तीन साल में जैविक खेती को जोत बढ़ाकर पांच लाख एकड़ किया जाएगा.
- मनरेगा को मिलेगा 38,500 करोड़ रुपये.
- बैंकों का आगामी वित्त वर्ष में पुनर्पूजीकरण.
- दूरदर्शी वित्तीय नीति की जरूरत. घरेलू मांग बढ़ाए जाने की जरूरत. सुधार की जरूरत.
- कृषि, ग्रामीण क्षेत्र, अवसंरचना और सामाजिक क्षेत्र के लिए कोष बढ़ा.
- 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों और ओआरओपी कार्यान्वयन के चलते खर्च की प्राथमिकता तय करना जरूरी.
- सुधार के नौ स्तंभ-- इनमें कृषि, सामाजिक क्षेत्र, शिक्षा, अवसंरचना, वित्तीय अनुशासन और कर सुधार शामिल.
- संकटपूर्ण वैश्विक अर्थव्यवस्था की पृष्ठभूमि में बजट पेश.
- विरासत में मिली चुनौती को अवसर में बदला.
- उपभोक्ता महंगाई दर घटकर 5.4 फीसदी आई, जो पहले नौ फीसदी से अधिक थी. आम आदमी को राहत मिली.
- विदेशी पूंजी भंडार (फॉरेक्स रिजर्व) सर्वोच्च स्तर पर.