हमें बजट को लेकर अपनी समझ को बदलने की जरूरत है. बजट का अर्थ सिर्फ इनकम टैक्स में इजाफा या राहत नहीं है. बजट को हमें टैक्सपेयर के दायरे से बाहर निकल कर देखने की जरूरत है. इनकम टैक्स प्रावधान देश में सिर्फ देश की चार से पांच करोड़ आबादी के लिए किया जाता है. वहीं इनडायरेक्ट टैक्स देश में सभी को प्रभावित करता है. लिहाजा आपकी खपत पर लगने वाला टैक्स आपको आपकी आय पर लगने वाले टैक्स से कहीं अधिक प्रभावित करता है. जानें इंडिया टुडे संपादक अंशुमान तिवारी से राहुल मिश्र की बातचीत और समझे क्या मिलेगी राहत या करना होगा इंतजार.