नोटबंदी के बाद उद्योग जगत को भारी झटका लगा है. नोटबंदी के बाद खपत घटने से उद्योगों को काफी नुकसान हुआ है. जिससे बेरोजगारी बढ़ी है. छोटे उद्योगों का देश की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान है. छोटे उत्पादन और ट्रेडिंग यूनिट्स मिलाकर 95 फीसदी रोजगार का आधार हैं. देश की जीडीपी में भारत में छोटे उत्पाद अब सिर्फ 6 हजार उत्पादों तक ही सीमित रह गए हैं.
छोटे उद्योगों को बजट से बड़ी उम्मीद है. नोटबंदी से आई आफत में क्या बजट से राहत मिलेगी. कैशलेस सिस्टम में है दम, क्या बढ़ेगी इनकम?