सरकारी एयरलाइंस Air India की नीलामी प्रक्रिया लगभग अपने अंतिम दौर में है. इसे खरीदने में कई कंपनियों ने रुचि दिखाई है, लेकिन इसमें सबसे आगे Tata Group और SpiceJet के अजय सिंह दिख रहे हैं. लेकिन इनमें से किसकी हो सकती है Air India और किसका पलड़ा ज्यादा भारी है. जानें यहां..
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कर्ज के भारी बोझ से लदी और लगातार घाटे में चल रही Air India का प्राइवेटाइजेशन सरकार के विनिवेश कार्यक्रम का हिस्सा है. इसे खरीदने की रुचि रखने वाली कंपनियों से फाइनेंशियल बिड्स मिल चुकी हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार अगले कुछ हफ्तों इसकी घोषणा भी कर सकती है. नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी हाल में एक बयान में कहा था कि मंत्रालय इन बोलियों का मूल्यांकन कर रहा है.
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अब तक सामने आई खबरों के मुताबिक Tata Group और SpiceJet जैसी लो-बजट एयरलाइंस शुरू करने वाले अजय सिंह Air India को खरीदने की दौड़ में सबसे आगे हैं. अजय सिंह ने SpiceJet से अलग निजी तौर पर Air India को खरीदने में रुचि दिखाई है. वहीं Tata Group देश में पहले से 2 एयरलाइंस Vistara और AirAsia India का संचालन कर रहा है.
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सरकार ने Air India के प्राइवेटाइजेशन के लिए जो रुचि पत्र (EoI) जारी किया है, उसमें स्पष्ट लिखा है कि Air India के लिए जो सबसे ऊंची बोली लगाएगा, उसे ही ये सरकारी एयरलाइंस मिलेगी. लेकिन सूत्रों की मानें तो Air India के लिए नए मालिक का चुनाव करने से पहले सरकार उस कंपनी की माली हालत पर भी गौर करेगी. (File Photo)
अब अगर माली हालत के लिहाज से देखा जाए तो भले Tata Group की दोनों एयरलाइंस भारी घाटे में हैं. इसके बावजूद इनकी पेरेंट कंपनी के पास पैसे का अंबार है. Tata Group की सभी कंपनियों की एकीकृत आय 7.5 लाख करोड़ रुपये है. (File Photo)
वहीं दूसरी तरफ SpiceJet के अजय सिंह की माली हालत देखी जाए तो उनकी सबसे बड़ी कंपनी SpiceJet भारी घाटे में है. जून 2021 तक के आंकड़ों के हिसाब से SpiceJet की नेटवर्थ निगेटिव में 3,298.72 करोड़ रुपये है. कंपनी पिछले 3 वित्त वर्ष से घाटे में है. (File Photo)
Tata के पक्ष में मार्टिन कंसल्टिंग के सीईओ मार्क डी. मार्टिन एक बात कहते हैं, कि टाटा पहले भी पुरानी पड़ने लगी कंपनियों को उबरने में सफल रहा है. TISCO का मामला हो या Tata Steel का, टाटा ने इन दोनों ही पुरानी कंपनियों को आज के जमाने की आधुनिक, कारगर और बाजार उन्मुखी कंपनियों में बदला है. इतना ही नहीं अगर Tata के पिछले 25 साल के निवेश के तरीके और वित्तीय स्थिरता को देखा जाए तो भी इसके Air India को सही ट्रैक पर लाने के अच्छे चांसेस हैं. (Photo : Reuters)
अगर बात Air India के इतिहास की जाए तो असल में ये Tata की ही कंपनी थी. Tata Group ने 1932 में Tata Airlines की शुरुआत की थी. द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद जब भारत में सामान्य हवाई सेवा शुरू हुई, तो इसका नाम Air India हो गया और देश की आज़ादी के बाद 1953 में सरकार ने इसका राष्ट्रीयकरण कर दिया, जिससे Air India एक सरकारी कंपनी बन गई. ऐसे में Air India से Tata Group का एक भावनात्मक रिश्ता भी जुड़ा है. (Photo : Tata.Com)
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