
देश में इस समय 90 Hours Work Week का मुद्दा सुर्खियों में है. इंजीनियरिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (L&T) के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन द्वारा अपने कर्मचारियों को 'हफ्ते में 90 घंटे काम' की सलाह दी गई, तो ठीक वैसा ही हंगामा खड़ा हो गया, जैसा बीते साल इंफोसिस को-फाउंडर एनआर नारायणमूर्ति के सप्ताह में 70 घंटे काम के सुझाव के बाद हुआ था. इन सबसे बीच क्या आप जानते हैं कि आखिर दुनिया के किस देश में लोग एक हफ्ते में सबसे ज्यादा काम करते हैं?
दुनिया में औसतन 40-50 घंटे वर्क ऑवर
भारत में आपने अक्सर किसी न किसी से सुना होगा कि हमारे दफ्तर जाने का टाइम को फिक्स है, लेकिन वापस आने का नहीं. लेकिन बता दें कि दुनिया भर में एवरेज वीकली वर्क ऑवर 40-50 घंटे के बीच हैं. हालांकि, कई देश ऐसे भी हैं जहां पर इस तय लिमिट से कुछ ज्यादा घंटे तक काम कराया जाता है, लेकिन खासतौर पर हाई इनकम वाले या डेवलप देशों में Weekly Work Hours कम रखे जाते हैं. कई देशों में तो हफ्ते में चार दिन काम लिया जाता है. यही नहीं अगर कर्मचारियों से ज्यादा घंटे काम लिया जाता है, तो उसे ओपरटाइम रिवार्ड दिए जाने का भी प्रावधान होता है.
क्या कहते हैं आंकड़े?
भारत में भले ही 70 और 90 घंटे वर्क वीक का मुद्दा गर्माया हुआ है, लेकिन आंकड़े देखें तो पहले से ही भारत दुनिया भर में सबसे अधिक काम करने वाले देशों में शामिल है. इंडिया टुडे पर सितंबर महीने में छपी एक रिपोर्ट में इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया गया कि औसत भारतीय कर्मचारी प्रति सप्ताह 46.7 घंटे काम पर बिताता है.
इन देशों में सबसे ज्यादा वीकली वर्क ऑवर
इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, दुनिया में एक सप्ताह में सबसे ज्यादा घंटे काम कराने वाले देशों में टॉप पर भूटान है, जहां 54.4 Hours Work Week है. इसके अलावा UAE (50.9 घंटे), Caongo (48.6 घंटे), Qatar (48 घंटे) के साथ टॉप-10 लिस्ट में शामिल हैं. अन्य देशों में भारत समेत बांग्लादेश, पाकिस्तान चीन जैसी कंट्री भी हैं. अन्य देशों में काम के घंटों पर नजर डालें, तो...
क्यों 90 घंटे काम का मुद्दा गर्माया?
अब बात करते हैं कि आखिर क्यों भारत में 90 घंटे काम का मुद्दा गर्माया हुआ है? तो बता दें कि L&T Chairman एसएन सुब्रह्मण्यन ने अपने कर्मचारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर बातचीत करते हुए उन्हें सप्ताह में 90 घंटे काम करने की सलाह दी. उन्होंने अपने बयान में कहा कि घर पर रहकर अपनी पत्नी को कितना निहारोगे, घर पर कम और ऑफिस में ज्यादा समय दें. इसके बाद सोशल मीडिया पर वो ट्रोल होने लगे. इस बीच एलएंडटी कंपनी ने एक बयान जारी कर चेयरमैन की इस टिप्पणी पर सफाई भी दी.
कंपनी ने दी ये सफाई
90 घंटे काम के सुझाव पर ट्रोल होने के बाद एलएंडटी ने एक बयान जारी कर कहा कि यह भारत का दशक है, एक ऐसा समय जिसमें ग्रोथ को और आगे बढ़ाने व एक विकसित राष्ट्र बनने के हमारे साझा दृष्टिकोण को साकार करने के लिए सामूहिक समर्पण और प्रयास की आवश्यकता है. हमारे चेयरमैन की टिप्पणी इस बड़ी महत्वाकांक्षा को ही दर्शाती है, जो इस बात पर जोर देती है कि असाधारण परिणामों के लिए असाधारण प्रयास की आवश्यकता होती है.