
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों के धड़ाम हुए शेयर अब रिकवर होते हुए नजर आ रहे हैं. पिछले चार सेशन में अडानी ग्रुप की लिस्टेड 10 कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन (Mcap) में 1.73 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. अमेरिकी बुटीक इन्वेस्टमेंट फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Parteners) ने अडानी समूह की चार कंपनियों में 15,446 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इसके बाद शेयरों में तेजी आई है. 24 जनवरी 2023 को आई अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप में ये पहला निवेश था.
मार्केट कैपिटलाइजेशन
अडानी समूह की कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 27 फरवरी को 6.82 लाख करोड़ रुपये था. 3 मार्च को ये बढ़कर 8.55 लाख करोड़ रुपये हो गया. हालांकि, अभी भी ये अडानी ग्रुप की कंपनियों के 19.20 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन से काफी कम है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से मार्केट कैपिटलाइजेशन में भारी गिरावट आई.
शेयरों ने लगाई जोरदार छलांग
पिछले चार सत्रों में अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयरों में सबसे अधिक उछाल आया है. 27 फरवरी को स्टॉक 57.37 प्रतिशत बढ़कर 1,879.35 रुपये पर क्लोज हुआ. 27 फरवरी को ये शेयर 1,194.20 रुपये पर था. इसके बाद अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (21.77 प्रतिशत ऊपर), अडानी विल्मर (21.53 प्रतिशत ऊपर), अडानी ग्रीन एनर्जी (21.53 प्रतिशत ऊपर), अडानी पावर (21.47 प्रतिशत ऊपर) और एनडीटीवी (21.47 प्रतिशत ऊपर) के शेयरों में तेजी आई. अंबुजा सीमेंट्स, एसीसी, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी टोटल गैस भी इसी अवधि के दौरान 9 फीसदी से 19 फीसदी के बीच ऊपर चढ़े.
GQG पार्टनर्स का निवेश
GQG पार्टनर्स ने अडानी एंटरप्राइजेज में 3.4 फीसदी हिस्सेदारी के लिए करीब 5,460 करोड़ रुपये, अडानी पोर्ट्स में 4.1 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 5,282 करोड़ रुपये, अडानी ट्रांसमिशन में 2.5 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 1,898 करोड़ रुपये और अडानी ग्रीन एनर्जी में 3.5 फीसदी हिस्सेदारी 2,806 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट किया है.
अस्थाई है उथल-पुथल
अडानी के शेयरों पर अपने विचार साझा करते हुए रॉकस्टुड कैपिटल के मैनेजिंग पार्टनर अभिषेक अग्रवाल ने कहा 'मुझे लगता है कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में ओवर रिएक्शन देखना को मिला. अडानी को सफलता रातोंरात नहीं मिली है. निश्चित रूप से रिपोर्ट ने ग्रुप के स्टॉक और बॉन्ड को बड़े पैमाने पर क्षति पहुंचाई है. उन्होंने कहा कि शेयरों में उछाल निश्चित रूप से देखने को मिलेगा. अभी जो उथल-पुथल दिख रहा है ये अस्थाई है.
डबल हो जाएगी इस शेयर की कीमत
वेंचुरा सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड विनीत बोलिन्जकर ने कहा कि अडानी एंटरप्राइजेज अभी उचित वैल्यूएशन पर है. मौजूदा कारोबार से मिल रहे नकदी प्रवाह को देखते हुए यह शेयर 2,000 रुपये तक पहुंच सकता है. अडानी पोर्ट्स बेहद अंडरवैल्यूएड कंपनी है. अगले दो साल में इस स्टॉक की कीमत दोगुनी हो सकती है.