
अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों के शेयरों में आज जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. ग्रुप के कई शेयरों में अपर सर्किट लगा है. लेकिन सबसे बड़ी छलांग अडानी एंटरप्राइजेज के स्टॉक ने लगाई है. सुबह के कारोबार में अडानी ग्रुप के छह शेयरों में पांच फीसदी की तेजी के साथ अपर सर्किट लगा. अडानी एंटरप्राइजेज में आठ फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई. अडानी ग्रीन से लेकर पोर्ट तक के शेयर हरे निशान में ट्रेड कर रहे हैं. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप को जोरदार झटका दिया था, जिससे उबरने की कोशिश में समूह जुटा हुआ है.
इन शेयरों में लगा अपर सर्किट
सुबह के कारोबार में अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयर बीएसई पर 9.77 प्रतिशत उछलकर 2,063 रुपये पर पहुंच गए. अडानी पावर के शेयरों में पांच फीसदी की तेजी के साथ अपर सर्किट लगा और ये 177.90 रुपये पर पहुंच गया. अडानी ट्रांसमिशन ने भी पांच फीसदी की तेजी के साथ अपर सर्किट को हिट किया और 780.90 रुपये पर पहुंच गया. पांच फीसदी की तेजी पर अपर सर्किट के साथ अडानी ग्रीन के शेयर 590.10 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं.
अडानी टोटल गैस भी पांच फीसदी चढ़कर 820.90 रुपये पर पहुंच गया. अडानी विल्मर में भी पांच फीसदी की तेजी देखने को मिली. एनडीटीवी के स्टॉक में भी पांच फीसदी की तेजी पर अपर सर्किट लगा और ये 231 रुपये पर पहुंच गया. अडानी पोर्ट्स 4.32 प्रतिशत बढ़कर 713.90 रुपये पर था. अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड में 2.33 फीसदी और एसीसी 0.96 फीसदी की तेजी देखने को मिली.
इस निवेश के बाद आई है तेजी
अमेरिकी बुटीक इन्वेस्टमेंट फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Parteners) ने अडानी समूह की चार कंपनियों में 15,446 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इसके बाद शेयरों में तेजी आई है. 24 जनवरी 2023 को आई अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप में ये पहला निवेश था.
GQG पार्टनर्स ने अडानी एंटरप्राइजेज में 3.4 फीसदी हिस्सेदारी के लिए करीब 5,460 करोड़ रुपये, अडानी पोर्ट्स में 4.1 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 5,282 करोड़ रुपये, अडानी ट्रांसमिशन में 2.5 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 1,898 करोड़ रुपये और अडानी ग्रीन एनर्जी में 3.5 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 2,806 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट किया है.
हिंडनबर्ग ने दिया था झटका
हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी को पब्लिश अपनी रिपोर्ट में अडानी समूह पर शेल फर्मों के माध्यम से स्टॉक हेरफेर और धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. 24 जनवरी को प्रकाशित रिपोर्ट ने अडानी के शेयरों में भारी उथल-पुथल मचा दी. इस वजह ग्रुप की कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन (Mcap) में लगभग 60-70 प्रतिशत की गिरावट आ गई थी.