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हिंडनबर्ग ने दिया ऐसा झटका, रिकवरी के लिए अडानी ग्रुप के शेयरों को 400% की लगानी होगी छलांग!

Adani Group Stock: अडानी ग्रुप के कुछ शेयर, तो ऐसे टूटे हैं कि उन्हें अपने 52 वीक के हाई लेवल को हासिल करने के लिए 400 फीसदी तक की छलांग की जरूरत है. हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुुप को जोरदार झटका दिया है.

अडानी ग्रुप के शेयरों का कैसा है हाल? अडानी ग्रुप के शेयरों का कैसा है हाल?
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 20 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 12:58 PM IST

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में शुरू हुआ गिरावट का सिलसिला फिलहाल थमता हुआ नजर नहीं आ रहा. अडानी ग्रुप (Adani Group) के कुछ शेयर, तो ऐसे टूटे हैं कि उन्हें अपने 52 वीक के हाई लेवल को हासिल करने के लिए 400 फीसदी तक की रैली की जरूरत है. टूटते शेयरों की वजह से कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन (Mcap) घटा है. इस वजह से गौतम अडानी के नेटवर्थ में भी भारी गिरावट आई है. कभी दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स के पायदान पर काबिज होने वाले गौतम अडानी की संपत्ति अब 50 अरब डॉलर के नीचे आ गई है. सोमवार को भी अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट देखने को मिली. 

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400 फीसदी की छलांग की जरूरत

अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर सोमवार के कारोबार में 597.50 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गए. इस कीमत पर स्टॉक को 19 अप्रैल 2022 के 3,048 रुपये के अपने 52 वीक के हाई लेवल को फिर से हासिल करने के लिए 410 प्रतिशत की रैली की आवश्यकता है. अडानी ट्रांसमिशन 875.05 रुपये के निचले स्तर पहुंचा है. अब इस स्टॉक को 16 सितंबर 2022 के अपने 52-सप्ताह के उच्च स्तर 4,238.55 रुपये पर पहुंचने के लिए 384 प्रतिशत की छलांग की जरूरत है.

जोरदार रैली की दरकार

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी टोटल गैस के शेयर बुरी तरह से टूटे हैं. आज फीसदी की गिरावट के साथ ये अपने सबसे लो लेवल 922.95 रुपये पर आ गया है. इस स्टॉक को अपने 52 वीक के हाई लेवल 3,998.35 रुपये तक पहुंचने के लिए 332 प्रतिशत की जोरदार छलांग लगाने की जरूरत है. अडानी पोर्ट्स को 565.55 रुपये के स्तर से अपने 52 वीक के हाई लेवल पर पहुंचने के लिए 75 प्रतिशत की छलांग लगाने की जरूरत थी. इसका 52 वीक का हाई लेवल 987.90 रुपये है.

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म्युचुअल फंडों ने कम की हिस्सेदारी

आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी में अडानी समूह के कुछ शेयरों में म्युचुअल फंडों ने हिस्सेदारी कम कर दी थी. अडानी एंटरप्राइजेज के मामले में म्यूचुअल फंडों ने 31 जनवरी को 1,16,54,223 शेयर या 1.02 प्रतिशत की कटौती की, जो 31 दिसंबर को 1,32,12,030 शेयर या 1.16 प्रतिशत थी.

गौतम अडानी 24 जनवरी तक दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे. लेकिन हिंडबनर्ग की रिपोर्ट के बाद से उनकी कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन में भारी गिरावट आई. इस वजह से दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की लिस्ट में नीचे गिरते चले गए. सोमवार को Bloomberg Billionaires List में वे खिसककर 25वें पायदान पर पहुंच गए.  

 

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