
फ्रांस की मल्टीनेशनल कंपनी टोटल एनर्जी (Total Energies) ने एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, अदाणी ग्रुप की कंपनियों में किसी भी तरह का नया इन्वेस्टमेंट नहीं करने का फैसला किया है. फ्रांसीसी कंपनी ने अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) के कुछ अधिकारियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर यह फैसला लिया है. अडानी ग्रुप के अधिकारियों पर लगे आरोपों का खुलासा अमेरिकी अधिकारियों द्वारा एक सार्वजनिक अभियोग के माध्यम से किया गया था. हालांकि, ये आरोप अडानी ग्रुप की किसी कंपनी या उसकी सब्सिडियरी (सहायक कंपनी) के बजाय व्यक्तिगत अधिकारियों पर लगे हैं.
टोटल एनर्जी ने एक बयान में करप्शन पर अपने जीरो-टॉलरेंस स्टैंड पर जोर दिया. अमेरिका में अडानी ग्रुप के अधिकारियों पर लगे आरोपों पर फ्रांसीसी कंपनी ने कहा कि वह कथित अनियमितता में न तो शामिल थी और न ही उसके किसी अधिकारी से इस संबंध में किसी ने संपर्क किया था. बयान में कहा गया है, 'जब तक अडानी ग्रुप के अधिकारियों के खिलाफ लगे आरोप और उनके परिणाम स्पष्ट नहीं हो जाते, टोटल एनर्जी अडानी ग्रुप की कंपनियों में अपने निवेश के हिस्से के रूप में कोई नया इन्वेस्टमेंट नहीं करेगा.'
बता दें कि टोटल एनर्जी की अडानी ग्रील एनर्जी लिमिटेड में 19.75% हिस्सेदारी है और रिन्यूएबल एनर्जी एसेट्स का मैनेजमेंट करने वाले तीन जॉइंट वेंचर्स में 50% हिस्सेदारी है. फ्रांसीसी कंपनी ने स्पष्ट किया कि उसने कठोर प्रक्रियाओं का पालन करने के बाद एजीएएल और जॉइंट वेंचर्स में इन्वेस्टमेंट किया है. कंपनी ने कहा है कि उसे इन्वेस्टमेंट के समय अडानी ग्रुप के अधिकारियों पर अमेरिका में लगे कथित भ्रष्टाचार के आरोपों और उस संबंध में चल रही किसी भी जांच की जानकारी नहीं थी.
फ्रेंच कंपनी टोटल एनर्जी का यह फैसला अदानी ग्रुप के लिए एक बड़ा झटका है, जो खुद को रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित करने का प्रयास कर रहा है. टोटल एनर्जी की एजीएएल में हिस्सेदारी इंटरनेशनल प्लेटफार्म पर अडानी ग्रुप की विश्वसनीयता की आधारशिला रही है. फ्रांसीसी कंपनी 2020 से अडानी ग्रुप की कंपनियों के साथ स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप और इन्वेस्टमेंट करती आ रही है. अडानी ग्रुप ने अभी तक टोटल एनर्जी के फैसले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.