
देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. बीते दिनों Tata Group के साथ लंबा सफर खत्म करते हुए टीसीएस के एमडी-सीईओ राजेश गोपीनाथ ने इस्तीफा (Rajesh Gopinathan Resignation) दे दिया था. लेकिन ऐसी उम्मीद है कि वे एक बार फिर कंपनी के साथ जुड़ सकते हैं, वो भी एक नए रोल में. इस मुद्दे पर टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन (N Chandrasekaran) और गोपीनाथ के बीच बातचीत भी हुई है.
15 सितंबर को खत्म होगा नोटिस पीरियड
पीटीआई के मुताबिक, TCS के एमडी-सीईओ ने बीते दिनों अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और वे अभी नोटिस पीरियड पर चल रहे हैं. उनका नोटिस पीरियड आगामी 15 सितंबर 2023 को समाप्त होगा. इससे पहले ही टाटा समूह ने कंपनी के साथ लंबा समय बिताने वाले राजेश गोपीनाथ को कंपनी का साथ जोड़े रखने की कोशिशें तेज कर दी हैं. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि Tata Sons के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने उनके साथ एडवाइजरी के रोल के लिए बातचीत शुरू कर दी है.
एडवाइजरी के रोल का दिया ऑफर
राजेश गोपीनाथ (Rajesh Gopinath) ने अपने टीसीएस से इस्तीफा देते समय कहा था कि Tata Group में एडवाइजरी के रोल के लिए अभी उनकी कोई योजना नहीं है. लेकिन रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, उन्होंने इस भूमिका के लिए पूरी तरह से इनकार भी नहीं किया था. अब जबकि गोपीनाथ अपना नोटिस सर्व कर रहे हैं, तो ऐसे समय में Chandrasekaran द्वारा उनसे इस संबंध में बातचीत किए जाने से ऐसी संभावना बन रही है, कि वे फिर से कंपनी के साथ जुड़ जाएं.
2017 से संभाला TCS सीईओ का पद
सूत्रों के हवाले से ये जानकारी सामने आई है, हालांकि इस संबंध में अभी तक Tata Sons या TCS की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. बता दें साल 2017 में एन चंद्रशेखरन को टाटा संस का चेयरमैन बनाए जाने के बाद उनकी जगह टीसीएस का एमडी-सीईओ राजेश गोपीनाथ को बनाया गया था. इससे पहले साल 2013 में उन्हें कंपनी में सीएफओ के पद की जिम्मेदारी दी गई थी. उनके नेतृत्व में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने 100 बिलियन क्लब में शामिल होने वाली भारत की पहली कंपनी बनने के साथ ही कई उपलब्धियां हासिल की हैं.
22 साल पुराना टाटा-गोपीनाथ का नाता
TCS से राजेश गोपीनाथ के इस्तीफा देने के बाद आनन-फानन में कृतिवासन को कंपनी की कमान सौंपने का ऐलान कर दिया गया था. टाटा ग्रुप की कंपनी के साथ गोपीनाथन का प्रोफेशनल संबंध करीब 23 साल पुराना है और इतने लंबे समय साथ रहने के बाद अब ग्रुप उन्हें जाने देने के मूड में नहीं है. गोपीनाथन के इस्तीफे का असर कंपनी के शेयरों पर दिखाई दे रहा है और इस खबर के सामने आने के बाद बीते 5 दिनों इसके स्टॉक्स में गिरावट देखी जा रही है. पांच दिनों में टीसीएस का शेयर 4.23 फीसदी टूटकर 3,111 रुपये के लेवल पर आ गया.