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आर्थिक संकट से जूझ रही सरकारी एयरलाइन कंपनी एअर इंडिया को अब तक कोई अच्छा खरीदार नहीं मिल सका है. यही वजह है कि एक बार फिर आरंभिक अभिरुचि पत्र (EOI) की डेडलाइन बढ़ाए जाने की संभावना है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के सूत्र ने बताया कि एअर इंडिया के लिए EOI दाखिल करने की तारीख को 15 दिसंबर तक बढ़ाई जा सकती है. बता दें कि एअर इंडिया के लिए बोली लगाने की समय सीमा 30 अक्टूबर को खत्म होने वाली है और अब डेडलाइन में पांचवा विस्तार होगा.
उद्यम मूल्य के आधार पर बोली आमंत्रित
सूत्र ने कहा कि उद्यम मूल्य के आधार पर बोली आमंत्रित की जाएगी, जो अधिग्रहण सौदों के लिए एक लोकप्रिय मूल्यांकन पद्धति है. उद्यम मूल्य (ईवी) कंपनी की कुल कीमत का मूल्यांकन करने का तरीका है, जिसका इस्तेमाल अक्सर इक्विटी बाजार पूंजीकरण के अधिक व्यापक विकल्प के रूप में किया जाता है. ईवी की गणना में कंपनी का बाजार पूंजीकरण शामिल होता है, लेकिन साथ ही इसमें छोटी या लंबी अवधि के किसी कर्ज के साथ ही कंपनी के बहीखातों में नकदी को भी शामिल किया जाता है. सूत्र ने कहा कि बोली लगाने वालों को पूरी कंपनी के लिए पेशकश करने के लिए कहा जाएगा, जिसकी 85 फीसदी राशि कर्ज चुकाने में चली जाएगी और शेष राशि सरकार को मिलेगी.
BPCL की नहीं बढ़ेगी डेडलाइन
इस बीच, निवेश एवं सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडे ने कहा है कि बीपीसीएल के निजीकरण की बोली के लिये समयसीमा को पांचवीं बार आगे बढ़ाने की जरूरत नहीं होगी. बता दें कि बीपीसीएल ने समयसीमा को चार बार बढ़ाया है. बोली लगाने के लिये मौजूदा समयसीमा 16 नवंबर 2020 है. केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने पिछले साल नवंबर में बीपीसीएल में सरकार की पूरी 52.98 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने को मंजूरी दे दी थी.
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2.10 लाख करोड़ रुपये का विनिवेश
बता दें कि चालू वित्त वर्ष में 2.10 लाख करोड़ रुपये के विनिवेश का लक्ष्य है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2020- 21 के आम बजट में विनिवेश से 2.10 लाख करोड़ रुपये प्राप्त होने का अनुमान रखा है. इसी के तहत एअर इंडिया और बीपीसीएल की बिक्री की जा रही है. इसके अलावा एलआईसी में भी सरकार हिस्सेदारी बेचेगी.