
एयर इंडिया (Air India) सफल नीलामी के बाद टाटा समूह (Tata Group) का हिस्सा बन चुकी है. सीसीआई (CCI) की मंजूरी के बाद अब लगभग सारी औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं. इस बीच एयर इंडिया के कर्मचारियों के मन में इस बात को लेकर सवाल उठ रहे थे कि उन्हें प्राइवेटाइजेशन के बाद पीएफ (PF) और ग्रेच्युटी (Gratuity) जैसे लाभ मिलेंगे या नहीं. सरकार ने इसे लेकर साफ कर दिया है कि एयर इंडिया के कर्मचारी बेफिक्र रहें. उन्हें पीएफ और ग्रेच्युटी जैसे लाभ मिलते रहेंगे.
मंत्री ने राज्यसभा में दी ये जानकारी
नागर विमानन राज्य मंत्री वीके सिंह (MoS VK Singh) ने सोमवार को राज्यसभा (Rajya Sabha) में एक सवाल के लिखित जवाब में कहा कि एयर इंडिया के कर्मचारियों को फिक्र करने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस के मौजूदा कर्मचारियों को पीएफ और ग्रेच्युटी का लाभ मिलता रहेगा. सरकार ने कर्मचारियों के हितों का ध्यान रखा है और शेयर पर्चेज एग्रीमेंट में इसे जोड़ा गया है.
ये सुविधाएं भी बनी रहेंगी
उन्होंने कहा कि प्राइवेटाइजेशन के बाद दोनों कंपनियों के कर्मचारियों के सेल्फ कंट्रीब्यूटरी सुपरएनुएशन पेंशन फंड ट्रस्ट की भी व्यवस्था बनी रहेगी. इस ट्रस्ट का एडमिनिस्ट्रेशन एलआईसी (LIC) के पास बना रहेगा. एयर इंडिया के जो कर्मचारी रिटायर हुए हैं या रिटायर होने वाले हैं, सरकार की ओर से उन्हें मेडिकल लाभ भी मिलते रहेंगे.
श्रम मंत्रालय शुरू कर चुका है काम
आपको बता दें कि श्रम मंत्रालय (Labour Ministry) एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस को ईपीएफओ से जोड़ने का काम पहले ही शुरू कर चुका है. इसके लिए संबंधित कानूनों में कुछ जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं. इससे एयर इंडिया इंटरनेशनल कॉरपोरेशन (Air India International Corporation) और इंडियन एयरलाइंस कॉरपोरेशन (Indian Airlines Corporation) के लिए ईपीएफओ से जुड़ने का रास्ता साफ हो जाएगा. दोनों कंपनियां एक जनवरी 2022 से ईपीएफओ के दायरे में आ जाएंगी.
अब पीएफ पर मिलेगा ज्यादा ब्याज
इस बदलाव से दोनों कंपनियों के कर्मचारियों को सीधा फायदा होने वाला है. इन कर्मचारियों को अब पीएफ पर बेहतर रिटर्न मिल पाएगा. अभी तक एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस ट्रस्ट की श्रेणी में थे. इस कारण इन दोनों कंपनियों के कर्मचारियों का पीएफ ईपीएफओ के पास जमा नहीं होता था. ट्रस्ट को पीएफ काटकर अपने पास रखने की छूट होती है. इस मामले में पीएफ पर ब्याज भी कम मिलता है.